मुंबई : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) की नेता सुप्रिया सुले ने बुधवार को दावा किया कि संसद में प्रस्तुत सरकार के आंकड़ों के अनुसार केंद्रीय जांच एजेंसियों द्वारा दर्ज 95 प्रतिशत मामले विपक्षी दलों के नेताओं के खिलाफ हैं. उन्होंने सरकार पर जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाया और कहा कि अंतत: सत्य की जीत होगी.
राकांपा सांसद सुले अपनी पार्टी के विधायक और रिश्ते में भतीजे रोहित पवार को दक्षिण मुंबई में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) दफ्तर तक छोड़ने के बाद पास में स्थित अपनी पार्टी के कार्यालय के बाहर संवाददाताओं से बात कर रही थीं. रोहित पवार कथित महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक घोटाला मामले में एक धनशोधन जांच के सिलसिले में पूछताछ के लिए आज सुबह एजेंसी के समक्ष पेश हुए.
सुले ने कहा कि सत्यमेव जयते. यह हमारे लिए संघर्ष का समय है. भविष्य में चुनौतियां आएंगी, लेकिन हम उनसे उबर जाएंगे. हम संघर्ष करेंगे लेकिन सत्य के मार्ग पर चलते रहेंगे। यह महाराष्ट्र के गौरव की लड़ाई है. उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा संसद में प्रस्तुत आंकड़ों के अनुसार केंद्रीय जांच एजेंसियों द्वारा दर्ज 95 प्रतिशत मामले विपक्षी नेताओं के खिलाफ हैं.
सुले ने कहा कि इसलिए ईडी द्वारा रोहित को पूछताछ के लिए तलब करना हैरान करने वाला नहीं है. राकांपा सांसद ने कहा कि रोहित पवार ने महाराष्ट्र में किसानों और युवाओं की दशा को उजागर करने के लिए हाल में पूरे राज्य में ‘संघर्ष यात्रा’ निकाली और उसे अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है.