नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 78वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से देश को संबोधित किया. उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि देश घरेलू विनिर्माण में सुधार करके आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा है. यहां तक कि उसने अन्य देशों को निर्यात भी करना शुरू कर दिया है. प्रधानमंत्री मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि भारत मोबाइल फोन निर्माण में आत्मनिर्भर हो गया है. अब हम अन्य देशों को निर्यात कर रहे हैं.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि एक समय था जब हम मोबाइल फोन आयात करते थे. आज हमने मोबाइल फोन निर्माण पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण किया है. हमने दुनिया को मोबाइल फोन निर्यात करना शुरू कर दिया है. रक्षा क्षेत्र के बारे में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत रक्षा विनिर्माण में आत्मनिर्भर बन रहा है. उन्होंने कहा कि हम रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन रहे हैं. आज रक्षा उपकरण निर्माण में हमारी अपनी पहचान है. भारत रक्षा विनिर्माण केंद्र के रूप में उभर रहा है.
खिलौना उद्योग पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत पहले खिलौनों का आयात करता था, लेकिन घरेलू विनिर्माण में सुधार के साथ, भारत अब न केवल घरेलू खपत के लिए खिलौने बनाता है बल्कि उन्हें अन्य देशों को निर्यात भी करता है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पहले कहा जाता था कि खिलौने विदेश से आते हैं, आज मैं गर्व से कह सकता हूं कि मेरे देश के खिलौने दुनिया भर के बाजारों में धूम मचा रहे हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि दुनिया भर की कई बड़ी कंपनियां और निवेशक भारत में निवेश करना चाहते हैं और राज्यों से इस अवसर का लाभ उठाने और निवेशकों को आकर्षित करने का आग्रह किया.
उन्होंने कहा कि आज दुनिया की कई बड़ी कंपनियां और निवेशक भारत में निवेश करना चाहते हैं. यह एक सुनहरा अवसर है. मैं राज्य सरकारों से निवेशकों को आकर्षित करने के लिए स्पष्ट नीतियां बनाने और उन्हें सुशासन और कानून व्यवस्था की स्थिति का आश्वासन देने का आग्रह करता हूं. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अधिकतम निवेशकों को आकर्षित करने के लिए राज्यों के बीच प्रतिस्पर्धा होनी चाहिए. उनकी नीतियों को वैश्विक आवश्यकताओं के अनुसार बदला या ढाला जाना चाहिए.
प्रधानमंत्री ने पिछले 10 वर्षों में केंद्र सरकार की ओर से किए गए सुधारों पर भी प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि इससे युवाओं में आत्मविश्वास बढ़ा है. उनमें बड़ी छलांग लगाने की इच्छा है. उन्होंने कहा कि आजादी के बाद देश में यथास्थिति का माहौल था जिसे तोड़ने की जरूरत है. लोगों ने सुधारों का इंतजार किया, हमें अवसर मिला. हमने बड़े सुधार लागू किए. सुधारों के प्रति हमारी प्रतिबद्धता संपादकीय तक सीमित नहीं है. उन्होंने कहा कि हमारे सुधार छोटी-मोटी प्रशंसा के लिए नहीं हैं, बल्कि देश को मजबूत बनाने के लिए हैं.
इससे आत्मविश्वास बढ़ा है. हमारे युवाओं के लिए अब कई रास्ते खुले हैं. युवा अब धीरे-धीरे नहीं चलना चाहते, वे नई चीजें हासिल करने के लिए छलांग लगाना चाहते हैं, वे बड़ी छलांग लगाना चाहते हैं. पीएम मोदी ने कहा कि यह भारत के लिए स्वर्णिम युग है. उन्होंने कहा कि हमें इस अवसर को जाने नहीं देना चाहिए. हम 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्यों को प्राप्त करेंगे.
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