मुंबई: शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे ने हाल ही में आयोजित महाराष्ट्र संयुक्त प्रवेश परीक्षा (एमएच-सीईटी) की पारदर्शिता पर सवाल खड़े किए. नीट परीक्षा में हुए बवाल के बाद शिवसेना (यूबीटी) विधायक आदित्य ठाकरे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि, राज्य में सीईटी परीक्षा में बड़ी गड़बड़ी हुई है. उन्होंने आरोप लगाया कि, सीईटी के प्रश्न पत्र में लगभग 54 गलतियां हैं. उन्होंने कहा कि, अब उन लोगों के लिए परीक्षा की घड़ी है जिन्होंने सीईटी के प्रश्न पत्र तैयार किए थे. बता दें कि, महाराष्ट्र में CET एग्जाम रिजल्ट हाल ही में घोषित किया गया था. जिसके बाद छात्र अब अगली प्रवेश परीक्षा की तैयारी कर रहे थे.
संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, ठाकरे ने परीक्षा की पारदर्शिता पर सवाल उठाया और राज्य सरकार को कठघरे में खड़ा किया. आदित्य ठाकरे ने कहा कि, 'सीईटी सेल अंकों की जगह परसेंटाइल देता है. इसमें भी भ्रम है. जिन लोगों ने कम अंक हासिल किए हैं उन्हें हाई परसेंटाइल दिया गया है और जिन्होंने ज्यादा अंक हासिल किए हैं उन्हें कम परसेंटाइल दिया गया है. इसलिए सीईटी सेल प्रतिशत निर्धारित करने के लिए सटीक मानदंडों के बारे में सूचित करने की आवश्यकता है. उन्होंने राज्य सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि, शासन में कोई पारदर्शिता नहीं है. आदित्य ठाकरे ने आरोप लगाया कि इस परीक्षा में कदाचार हुआ है.
आदित्य ठाकरे ने सीईटी परीक्षा में हुई गड़बड़ी के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि, 'इस मामले में सीईटी के आयुक्त को अभी तक निलंबित क्यों नहीं किया गया.' उन्होंने कहा कि, सीईटी भौतिकी के पेपर में, एक प्रश्र के उत्तर के रूप में चार विकल्प दिए गए थे. हालांकि, सभी चार विकल्प गलत होने के कारण छात्रों को नुकसान हुआ. उन्होंने कहा कि, इंजीनियरिंग के लिए एक पेपर के लिए 24 अलग-अलग प्रश्न पत्र दिए गए थे. आदित्य ठाकरे ने आरोप लगाया कि, परीक्षा के बाद पेपर दोबारा जांचने के लिए शुल्क लिए गए थे. सीईटी ने तो पैसा कमाया लेकिन छात्रों को वित्तीय नुकसान का सामना करना पड़ा. उन्होंने मांग की कि सीईटी में किसी भी छात्र की दोबारा परीक्षा नहीं होनी चाहिए. उन्होंने सीईटी परीक्षार्थियों की योग्यता की जांच करने की आवश्यकता व्यक्त की.
ठाकरे ने मांग की कि, राज्य इंजीनियरिंग, प्रौद्योगिकी, कृषि और फार्मास्युटिकल पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए राज्य सामान्य प्रवेश परीक्षा (सीईटी) द्वारा सामान्य प्रवेश परीक्षा (सीईटी) आयोजित की जाती है, सीईटी सेल को उन छात्रों की फीस वापस करनी चाहिए. उन्होंने आश्वासन दिया कि, एक बार उनकी सरकार आएगी तो एक ही प्रश्नपत्र होगा. आदित्य ठाकरे ने आलोचना करते हुए कहा कि हर जगह लूट मची हुई है. मानसून के दौरान पुलिस भर्ती क्यों की जा रही है? उन्होंने ऐसा सवाल उठाया. "पुलिस भर्ती के लिए लगभग 17,500 पदों के लिए 1.7 लाख से अधिक आवेदन प्राप्त हुए हैं. यह राज्य में बेरोजगारी की सीमा को दर्शाता है. कई उच्च शिक्षित उम्मीदवारों ने इन पदों के लिए आवेदन किया है. रोजगार की कमी के कारण युवाओं में असंतोष है. उन्होंने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि, भाजपा के पास राम नहीं है और वह युवाओं को काम नहीं देती है, इसलिए हमें विरोध करना होगा.'
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