हैदराबाद : आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में भारी बारिश के बीच दक्षिण मध्य रेलवे (SCR) ने कई स्थानों पर पटरियों पर जलभराव के कारण 21 और ट्रेनें रद्द कर दी गई जबकि 10 अन्य के रूट डायवर्ट कर दिए गए. भारी बारिश के कारण तेलंगाना में केसमुद्रम और महबूबाबाद के बीच रेलवे ट्रैक को भी नुकसान पहुंचा है.
दक्षिण मध्य रेलवे (एससीआर) ने रविवार को एक बुलेटिन में कहा कि रद्द की गई 21 ट्रेनों में 12669 एमजीआर चेन्नई सेंट्रल से छपरा, 12670 छपरा-एमजीआर चेन्नई सेंट्रल, 12615 एमजीआर चेन्नई सेंट्रल-नई दिल्ली, 12616 नई दिल्ली-एमजीआर चेन्नई सेंट्रल शामिल हैं.
Bulletin No. 21 SCR PR No. 346 Dt. 01.09.2024 on " cancellation="" diversion of trains due to heavy rains" pic.twitter.com/pf5brQyOUG
— South Central Railway (@SCRailwayIndia) September 1, 2024
एससीआर बुलेटिन के अनुसार 12763 तिरुपति-सिकंदराबाद, 22352 एसएमवीटी बेंगलुरु-पाटलिपुत्र, 22674 मन्नारगुडी-भगत की कोठी, 20805 विशाखापत्तनम-नई दिल्ली और छह अन्य ट्रेनों के मार्ग में परिवर्तन किए गए हैं. एससीआर बुलेटिन में कहा गया है कि रायनापाडु में भारी जल प्रवाह के कारण, दक्षिण मध्य रेलवे ने दो ट्रेनों, एसएमवीबी बेंगलुरु-दानापुर और दानापुर-एसएमवीबी बेंगलुरु का मार्ग भी बदल दिया है.
इन ट्रेनों के यात्रियों को सड़क मार्ग से काजीपेट जंक्शन ले जाया गया. बुलेटिन के अनुसार फंसे हुए यात्रियों को काजीपेट जंक्शन पर बनाए गए दो 'स्क्रैच रेक' द्वारा ट्रांसशिप किया गया. रेलवे के तकनीकी शब्द 'स्क्रैच रेक' का अर्थ है अतिरिक्त डिब्बों का उपयोग करके तैयार की गई ट्रेन, जो ज्यादातर मूल ट्रेन से मेल खाती है.
इससे पहले दक्षिण मध्य रेलवे ने 20 से अधिक ट्रेनों को रद्द कर दिया था और 30 से अधिक के मार्ग बदल दिए थे. इसके अतिरिक्त, रेलवे ने लोगों की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करने के लिए हेल्पलाइन नंबर भी शुरू किए हैं. हेल्पलाइन नंबर हैं, हैदराबाद-27781500, वारंगल-2782751, काजीपेट-27782660 और खम्मन-2782885.
इस बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू और तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी से बात की और भारी बारिश और बाढ़ के मद्देनजर दोनों राज्यों की स्थिति के बारे में जानकारी ली. रविवार को अपनी बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री ने चुनौती से निपटने के लिए केंद्र की ओर से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया.
एक विज्ञप्ति में कहा गया कि तेलंगाना की परिवहन और पिछड़ा वर्ग (बीसी) कल्याण मंत्री पूनम प्रभाकर ने भी रविवार को हनुमानकोंडा में काजीपेट जंक्शन पर फंसे यात्रियों से बातचीत की और उनकी समस्याओं के बारे में जानकारी ली.
Speedy restoration works in progress in the affected section due to incessant rains in Intakanne - Kesamudram Section, Secunderabad Division, Telangana. SCR Officials monitoring the restoration works camping at the affected site. pic.twitter.com/eok1XaHHgk
— South Central Railway (@SCRailwayIndia) September 1, 2024
मंत्री ने यात्रियों को आश्वासन दिया कि बाढ़ का पानी कम होते ही रेलवे ट्रैक बहाल कर दिया जाएगा और ट्रेन सेवाएं फिर से शुरू हो जाएंगी. इसके अलावा उन्होंने रेलवे अधिकारियों से ट्रैक की बहाली के संबंध में बात की और जिला कलेक्टर तथा अन्य अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि यात्रियों को कोई असुविधा न हो.
इस बीच एक विज्ञप्ति के अनुसार तेलंगाना के उपमुख्यमंत्री मल्लू भट्टी विक्रमार्क ने स्थिति का आकलन करने और राहत प्रयासों की निगरानी के लिए खम्मम जिले के मधिरा निर्वाचन क्षेत्र के एर्रुपलेम मंडल में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया.
मृतकों के परिवारों को 5 लाख रुपए की आर्थिक सहायता: सीएम रेवंत रेड्डी
तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्डी ने कहा कि बाढ़ के कारण मरने वालों के परिवारों के लिए आर्थिक सहायता बढ़ाकर 5 लाख रुपए की जाएगी. उन्होंने बारिश और बाढ़ राहत पर आयोजित समीक्षा में यह बात कही. उन्होंने जहां भारी बारिश हो रही है, वहां के अधिकारियों को सतर्क रहने की सलाह दी. जिला कलेक्ट्रेट में कॉल सेंटर स्थापित किया जाना चाहिए. कमांड कंट्रोल सेंटर सिस्टम लागू किया जाना चाहिए. रेवंत रेड्डी ने कहा कि बाढ़ से हुए नुकसान पर केंद्र को एक व्यापक रिपोर्ट दी जानी चाहिए.
सीएम रेवंत रेड्डी ने सोमवार को खम्मम जिले के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया. कलेक्टर को राजीव गृहकल्प में घरों के जलमग्न होने से भारी नुकसान झेलने वाले बाढ़ पीड़ितों को 10 हजार रुपए की तत्काल सहायता देने का निर्देश दिया गया. उन्होंने कहा कि हर परिवार को जरूरी सामान मुहैया कराने के आदेश जारी कर दिए गए हैं. सीएम रेड्डी ने कलेक्टर को भारी बारिश से प्रभावित हर परिवार को चावल, नमक, दाल और ताज़ा पानी उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है.उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि जिनके घर पानी में डूबे हैं, उनकी तुरंत पहचान की जानी चाहिए और उन्हें तुरंत 10,000 रुपये दिए जाने चाहिए. इसके अलावा जान के नुकसान के मामले में 5 लाख रुपये, पशुधन के नुकसान के मामले में 50,000 रुपये और भेड़-बकरियों की मौत के मामले में 5,000 रुपये देने का आदेश दिया गया है.
जेसीबी पर सवार होकर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का सीएम चंद्रबाबू ने किया निरीक्षण
वहीं आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के बाद मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने अधिकारियों के साथ समीक्षा की. उन्होंने राहत कार्यों के दौरान कुछ लोगों ने अधिकारियों के व्यवहार को लेकर नाराजगी जताई. उन्होंने चेतावनी दी कि यदि पिछली सरकार की ढिलाई दूर नहीं की गई तो इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा कि वे ऐसा काम करना चाहते हैं जिससे अधिकारियों के प्रदर्शन से सरकार का नाम रोशन हो.सीएम ने वितरण में देरी पर अपनी नाराजगी व्यक्त की, हालांकि भोजन अपेक्षित स्तर तक लाया जा सकता था. वह खुद बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करते हैं और पीड़ितों को आश्वस्त करते हैं. चंद्रबाबू ने जक्कमपुडी और सितारा केंद्रों में जेसीबी पर सवार होकर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया. वहीं मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि आंध्र प्रदेश में फिर से बारिश की संभावना है. उसने कहा कि 5 सितंबर तक पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी में एक और कम दबाव बनने के संकेत हैं.