सुपौल: बिहार के सुपौल जिले में उस समय हड़कंप मच गया जब वीरपुर-भीमनगर स्थित बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस की 12 वी एवं 15 वी बटालियन में ट्रेनिंग के लिए आए करीब 150 जवानों की तबीयत बिगड़ गयी. सभी जवानों को तुरंत वीरपुर के अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज जारी है, सभी जवानों को उल्टी-दस्त होने के बाद अस्पताल लाया गया.

कमाडेंट पर बड़ा आरोपः इस बीच ट्रेनिंग के लिए आए जवान मुकेश कुमार ने बताया कि लगातार ट्रेनिंग के दौरान खाना खराब मिल रहा था. इस खाने का लगातार जवानों के द्वारा विरोध किया जा रहा था. जिससे रविवार को खाना के बाद ट्रेनिंग कर रहे जवान की तबीयत बिगड़ने लगी.

"इस दौरान ज़ब वहां जवान पहुंचे तो खाना बनाने की जगह पर सल्फास की पुड़िया देखी गई. जिससे स्पष्ट होता है कि सभी जवानों क़ो कमाडेंट के द्वारा हत्या करने की कोशिश की गई है. लगातार जवानों के तबीयत बिगड़ने का सिलसिला जारी है."- मुकेश कुमार, ट्रेनी जवान

इलाज के दारान हंगामा : उपचार के दौरान मात्र एक चिकित्सक होने के चलते बीमार होने की संभावना में अनुमंडल अस्पताल पहुंचे बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस के ट्रेनीज ने अचानक हंगामा शुरू कर दिया. जवानों का कहना था कि इतने बड़े अस्पताल में मात्र एक चिकित्सक के द्वारा इलाज किया जा रहा है. ये इलाज होते होते सुबह हो जाएगी और इतने समय में किसकी जान बचेगी और कौन रहेगा ये कहना मुश्किल है. वहीं इसी क्रम में कई जवानों ने बताया कि अस्पताल में किसी भी दवाई की सुविधा नहीं है. सभी दवा खरीदकर लाना पर रहा है.

"फूड पॉइजनिंग का मामला है. अभी वेट एंड वाच की स्थिति है. मौके पर वीरपुर एसडीपीओ सुरेंद्र कुमार भी पहुंचे है जो मामले की जानकारी लेने में में जुटे हैं."- नीरज कुमार, एसडीएम, वीरपुर