चंडीगढ़: हरियाणा की राजनीति के सबसे बड़े ब्रांड यहां के तीन लाल माने जाते हैं. बंसीलाल, देवीलाल और भजनलाल. विधानसभा चुनाव में इन्हीं लालों के परिवार को 13 सदस्य चुनावी मैदान में ताल ठोंक रहे हैं. कई सीटें ऐसी हैं जहां एक ही परिवार के कई सदस्य मैदान में हैं. कहीं दादा-पोता. कहीं चाचा-भतीजा और कहीं भाई-बहन आमने-सामने हैं. पारिवारिक सदस्यों के बीच चुनावी जंग के चलते ये सीटें भी हॉट हो गई हैं और पारिवारिक जंग के चलते चुनाव चर्चा का केंद बन गया है.
देवीलाल घराने से 8 नेता मैदान में
हरियाणा में भारत के पूर्व डिप्टी पीएम देवीलाल का परिवारिक घराना सबसे बड़ा है. देवीलाल यानि चौटाला परिवार की बात करें तो, 8 सदस्य विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं. इनमें अभय चौटाला, रणजीत चौटाला, सुनैना चौटाला, दुष्यंत चौटाला, अर्जुन चौटाला, अमित सिहाग, आदित्य चौटाला और दिग्विजय चौटाला का नाम शामिल हैं.
भजनलाल परिवार से 3 उम्मीदार
वहीं भजनलाल परिवार से तीन सदस्य इस बार चुनावी मैदान में हैं. भजनलाल के छोटे बेटे कुलदीप बिश्नोई के बेटे भव्य बिश्नोई बीजेपी के टिकट पर हिसार की आदमपुर सीट से चुनावी मैदान में हैं. वहीं भजनलाल के बड़े बेटे और पूर्व डिप्टी सीएम चंद्रमोहन बिश्नोई कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं.
बंसीलाल के पोता-पोती में जंग
बंसीलाल परिवार के दो सदस्य आपस में एक दूसरे के सामने चुनावी मैदान में हैं. बंसीलाल के बड़े बेटे रणबीर महेंद्रा के बेटे अनिरुद्ध और बंसीलाल के छोटे बेटे सुरेंद्र की बेटी श्रुति चौधरी एक दूसरे को चुनौती दे रहे हैं. अनिरुद्ध कांग्रेस और श्रुति चौधरी बीजेपी के टिकट पर चुनावी मैदान में हैं. अनिरुद्ध सिंह पहले बीसीसीआई में रहे हैं. वहीं उनके पिता रणबीर महेंद्रा बीसीसीआई के चेयरमैन रह चुके हैं.
पारिवारिक घरानों की जंग वाली विधानसभा सीटें
1. डबवाली- हरियाणा विधानसभा चुनाव की सबसे हॉट सीट सिरसा जिले की डबवाली बन गई है. इस सीट से देवीलाल परिवार के 3 सदस्य एक दूसरे के खिलाफ ताल ठोंक रहे हैं. जेजेपी से अजय चौटाला के बेटे दिग्विजय चौटाला, कांग्रेस से देवीलाल के भाई के पोते अमित सिहाग और इनेलो के टिकट पर देवीलाल के पोते आदित्य चौटाला मैदान में हैं. डबवाली से 2009 में अजय चौटाला विधायक रहे हैं. 2019 में कांग्रेस से अमित सिहाग विधायक बने थे.
2. फतेहाबाद- हरियाणा की फतेहाबाद विधानसभा सीट से इनेलो के टिकट पर सुनैना चौटाला चुनाव लड़ रही हैं. सुनैना देवीलाल के बेटे प्रताप चौटाला की बहू और रवि चौटाला की पत्नी हैं. फतेहाबाद से बीजेपी के टिकट पर मौजूदा विधायक दुड़ाराम चुनाव लड़ रहे हैं. दुड़ाराम भजन लाल के छोटे भाई के बेटे हैं.
3. रानिया- हरियाणा सरकार में मंत्री रहे देवीलाल के तीसरे बेटे रणजीत चौटाला इस सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं. उनके खिलाफ उनके बड़े भाई ओपी चौटाला के पोते अर्जुन चौटाला मैदान में हैं. रणजीत चौटाला का टिकट बीजेपी ने काट दिया तो वो निर्दलीय उतर गये. 2019 में भी रणजीत चौटाला रानियां सीट से निर्दलीय चुनाव जीते थे.
4. उचाना कलां- पूर्व डिप्टी सीएम और देवीलाल के पड़पोते दुष्यंत चौटाला अपनी पार्टी जेजेपी के टिकट पर इस सीट से एक बार फिर मैदान में हैं. दुष्यंत अजय चौटाला के बेटे हैं. 2019 में उन्होंने चौधरी बीरेंद्र की पत्नी प्रेमलता को हराया था. इस बार दुष्यंत के सामने चौधरी बीरेंद्र के बेटे बृजेंद्र सिंह मैदान में हैं. हलांकि प्रेमलता ने 2014 में दुष्यंत चौटाला को इसी सीट पर हरा दिया था.
5. तोशाम- भिवानी की तोशाम सीट एक बार फिर चर्चा में आ गई है. हाल ही में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुई पूर्व मुख्यमंत्री बंसीलाल की बहू किरण चौधरी इस सीट से विधायक थी. विधानसभा चुनाव में किरण चौधरी की बेटी श्रुति चौधरी को बीजेपी ने टिकट दिया है. श्रुति चौधरी के सामने हैं बंसीलाल के दूसरे बेटे रणबीर महेंद्रा के बेटे अनिरुद्ध सिंह. यानि तोशाम सीट पर भाई-बहन के बीच मुकाबला है. तोशाम बंसीलाल की परंपरागत सीट रही है.
6. पंचकूला- हरियाणा के पूर्व डिप्टी सीएम चंद्रमोहन बिश्नोई पंचकूला सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं. चंद्रमोहन हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल के बड़े बटे हैं. वो हरियाणा के डिप्टी सीएम भी रह चुके हैं. 2019 में भी वो कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े थे लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था.
7. आदमपुर- हिसार की आदमपुर सीट से भजनलाल के पोते भव्य बिश्नोई मैदान में हैं. भव्य बिश्नोई भजनलाल के छोटे बेटे कुलदीप बिश्नोई के बेटे हैं. वहीं भजनलाल के भतीजे दुड़ाराम फतेराबाद से बीजेपी के उम्मीदवार हैं. इस तरह से भजन लाल परिवार के 3 सदस्य भी चुनावी मैदान में हैं.