જાણકારી પ્રમાણે, બર્દવાન જિલ્લાના કંચારાપારામાં TMC ના નેતા મદન મિત્રા અને જયસતિપ્રિય મલિક એક સ્થાનિક નેતા ને ત્યાં બેઠકમાં જઈ રહ્યા ત્યારે BJP કાર્યકર્તાઓએ જય શ્રીરામ ના નારા લગાવવાનુ શરૂ કર્યું હતું. BJP કાર્યકર્તાએ આરોપ લગાવ્યો કે, પોલીસ અને TMCના કાર્યકરોએ તેમની સાથે મારપીટ કરી હતી. આ મારપીટમાં 3 લોકો ગંભીર રીતે ઘાયલ થયા છે. પોલીસ અધિકારીઓએ રસ્તો રોકી અને તે વિસ્તારથી દુર કરવાનો પ્રયત્ન કર્યો, જયાં TMC ના કેટલાક પ્રધાન સહીત નેતાઓ પસાર થવાના હતા.
સ્થિતિ પર નિયંત્રણ કરવા માટે ઝડપી કાર્યવાહી દળ (RAF) ને મોકલવામાં આવી છે. ભાજપના કાર્યકર્તાએ કહ્યું કે, “કાચરાપાડા વિસ્તારમાં આવેલ પાર્ટી કાર્યાલય શુભાંગશુ રોય નું છે. તે ભાજપમાં ભળ્યા બાદ TMC આ કાર્યાલય પર કબ્જો કરવા માંગે છે અમે તે થવા નહીં દઈએ.” રાજ્યના ખાદ્ય અને પૂરવઠા પ્રધાન જયોતિપ્રિયો મુલિકે ભાજપના કાર્યકર્તાઓને અસભ્ય જણાવ્યા હતા.
પોલીસના લાઠી ચાર્જ બાદ BJP ના કાર્યકર્તાઓએ કંચારાપારા રેલ્વે સ્ટેશન પર ચક્કાજામ કર્યો હતો. જો કે, 15 મીનીટ બાદ ટોળાને હટાવી દેવામાં આવ્યું હતું. જયશ્રી રામ બોલવાથી વિવાદ થયો હોય તેવો આ પહેલો કિસ્સો નથી. આ પહેલા પણ લોકસભાની ચૂંટણી દરમિયાન મુખ્યપ્રધાન અને TMCના અધ્યક્ષ મમતા બેનર્જીના કાફલાની સામે થોડા લોકો જયશ્રી રામના નારા લગાવ્યા હતા. તેના પછી મામતા ગાડી રોકાવી અને નારા લગાવનાર પર ભડક્યા હતા.
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बंगाल में 'जय श्रीराम' के नारे लगाने पर फिर भड़की हिंसा, 3 घायल
कोलकाता: पश्चिम बंगाल के बर्दवान जिले में बीजेपी और टीएमसी के कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक झड़प हुई है. इस झड़प में 3 लोग घायल हो गए हैं. हिंसा बढ़ते देख पुलिस ने लाठीचार्ज कर स्थिति को नियंत्रित किया.
जानकारी के मुताबिक, बर्दवान जिले के कंचारापारा में टीएमसी नेता मदन मित्रा और ज्योतिप्रिय मलिक एक स्थानीय नेता के यहां बैठक में जा रहे थे तभी बीजेपी कार्यकर्ताओं ने जय श्री राम के नारे लगाने शुरू कर दिए.
बीजेपी कार्यकर्ताओं का आरोप है कि पुलिस और टीएमसी के कार्यकर्ताओं ने उनके साथ मारपीट की. इस मारपीट में 3 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं.
पुलिस अधिकारियों ने मार्ग अवरुद्ध करने का प्रयास कर रहे भाजपा कार्यकर्ताओं को उस क्षेत्र से दूर करने का प्रयास किया, जहां से तृणमूल के कुछ मंत्रियों समेत उसके नेताओं का काफिला गुजरने वाला था. पुलिस ने बाद में बल प्रयोग कर उन्हें खदेड़ा. स्थिति पर नियंत्रण करने के लिए त्वरित कार्रवाई बल (आरएएफ) को तैनात कर दिया गया.
विरोध प्रदर्शन के कारण को विस्तार से समझाते हुए भाजपा के एक कार्यकर्ता ने कहा, 'कांचरापाड़ा थाना मोरे में स्थित पार्टी कार्यालय शुभ्रांग्शु रॉय (भाजपा नेता मुकुल रॉय के बेटे) का है. उनके भाजपा में जाने के बाद तृणमूल पार्टी कार्यालय पर कब्जा करना चाहती है, लेकिन हम यह नहीं होने देंगे.'
राज्य के खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री ज्योतिप्रियो मुलिक ने भाजपा कार्यकर्ताओं को असभ्य और बर्बर बताया. उस क्षेत्र से मुलिक की कार गुजरी थी.
सुभ्रांगंशु रॉय के बारे में मुलिक ने कहा, 'वह गद्दार हैं, मैं यह सौ बार कहूंगा. गद्दार का कोई चरित्र नहीं होता. हम जंग जारी रखेंगे.'
उन्होंने कहा, 'वह एक बच्चे हैं और अभी तक परिपक्व नहीं हुए हैं. वह सिर्फ 2019 देख रहे हैं और 2022..2024 नहीं देख रहे. उनके पिता अपने बेटे को लड़ने के लिए प्रोत्साहित कर रहे, लेकिन इस तरीके से वह तृणमूल को खत्म नहीं कर सकते.'
उनके अनुसार, तृणमूल जिले में कांचरापाड़ा और हालीशहर में पार्टी कार्यालयों को वापस लेने के लिए लड़ेगी.
मुलिक ने कहा कि मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी 14 जून को कांचरापाड़ा आएंगी.
अग्निशमन मंत्री सुजीत बोस ने कहा, 'बंगाल में ममता बनर्जी की सरकार कायम रहेगी. जीत और हार तो लोकतंत्र में आम है. लेकिन लोग अगर असभ्यता करेंगे तो यह सहा नहीं जाएगा.'
उन्होंने कहा कि लोग 'जय श्री राम' नारा लगा सकते हैं, क्योंकि हम उस संस्कृति में विश्वास करते हैं, जिसमें सभी लोगों का समावेश हो.
पुलिस द्वारा लाठी चार्ज करने पर उन्होंने कहा, 'लोग अगर दुर्व्यवहार करेंगे और सड़कें अवरुद्ध करेंगे तो पुलिस अपना काम करेगी.'
पुलिस के लाठी चार्ज के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं ने कंचारापारा रेलवे स्टेशन को ब्लॉक कर दिया. हालांकि, पंद्रह मिनट बाद उस ब्लॉक को हटा दिया गया.
जय श्री राम बोलने पर विवाद का यह पहला मामला नहीं है. इससे पहले भी लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान टीएमसी प्रमुख और बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के काफिले के सामने कुछ लोगों ने जय श्री राम के नारे लगाए थे. इसके बाद ममता को गाड़ी रुकवाकर नारे लगा रहे लोगों पर भड़कते हुए देखा गया था.
Conclusion: