महासू देवता मंदिर में शिव का जलाभिषेक कर गायब हो जाती है जलधारा, रहस्यों को समेटे है ये धाम
भोले भंडारी संकटों से उबारते हैं, मुश्किल घड़ी में राह दिखाते हैं, तभी तो भक्त क्या देवता भी अपने दुखों के निवारण के लिए भोले भंडारी की शरण में जाते हैं. ऐसा ही एक शिव धाम देवभूमि के जौनसार बावर क्षेत्र में स्थित है, जहां स्वयं प्रकृति गंगाधर का श्रृंगार करती है. हम बात कर रहे हैं देहरादून के जनजातीय क्षेत्र जौनसार-बावर स्थित महासू देवता मंदिर की. प्रसिद्ध महासू देवता का यह मंदिर चकराता के पास हनोल गांव में टोंस नदी के पूर्वी तट पर स्थित है. लोगों की आस्था उन्हें इस पवित्र धाम में खींच लाती है. मंदिर की दिव्यता के बारे में सुनकर ही देश के अन्य प्रांतों से भारी संख्या में श्रद्धालु यहां शीष नवाने आते हैं.