निति आयोग: 10 से 14वें पायदान पर पहुंची उत्तराखंड की स्कूली शिक्षा
यूं तो उत्तराखंड राज्य अपने प्राकृतिक सौंदर्य और मंदिरों के लिए विश्वविख्यात है. लेकिन इस प्रदेश की विकट भौगोलिक परिस्थितियां यहां के जन-जीवन को संघर्षशील बना देती हैं. इन्हीं संघर्षों को आसान बनाने का सपना दिखाकर चुनाव लड़े और जीते जाते हैं. लेकिन जब बारी इन सपनों के साकार होने की आती है तो जनता खुद को ठगा सा महसूस करती है. इसी का ताजा उदाहरण नीति आयोग की वो रपट है, जिसमें उत्तराखंड में स्कूली शिक्षा का स्तर निचले पायदान पर लुढ़क गया है.