महिला दिवस विशेषः बेजुबानों को दे रही नई जिंदगी, कामिनी कर रही वकालत के साथ मानवता की मिसाल पेश - हल्द्वानी न्यूज
मूल रूप से अल्मोड़ा की रहने वाली कामिनी कश्यप बीते 30 सालों से पशुओं की सेवा में जुटी हैं. पशुप्रेम में कामिनी कश्यप ने अपनी सारी खुशियां कुर्बान कर दी है. आज शहर में कहीं आवारा गाय, भैंस या कुत्ते घायल हो जाए तो लोग सबसे पहले उन्हें इसकी सूचना देते हैं. कामिनी कश्यप तुरंत मौके पर पहुंचकर घायल जानवरों को अपने घर लाकर उनका इलाज करती हैं. उनकी अंदर की ममता ही है जो सभी को अपने घर में समेट लेती है.