दून की ज्यादातर पुलिस चौकियों के TOILET बदहाल, महिलाकर्मियों के लिए अलग व्यवस्था नहीं
कानून है तो क्या, खुद कानून के रक्षकों के घर में उसका पालन नहीं होता, कानून तो यह है कि जहां महिला और पुरुषकर्मी एक साथ काम करते हैं, वहां दोनों के लिए अलग-अलग शौचालय होना चाहिए. इसी का जयाजा लेने के लिए ईटीवा भारत की टीम ने राजधानी देहरादून की पुलिस चौकियों का रुख किया. तो पाया कि अधिकत्तर चौकियों में महिला पुलिसकर्मियों के लिए शौचालय की व्यवस्था नहीं है.