उत्तरकाशी:जिले में मौसम खुलने के बाद भी गंगोत्री और यमुनोत्री हाईवे के खुलने-बंद होने का सिलसिला जारी है. यमुनोत्री हाईवे पर पालीगाड़ और फूलचट्टी के बीच सुधारीकरण तीन माह भी नहीं चल पाया. इस कारण यहां पर वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. यहां वाहनों की आवाजाही में खतरा बना हुआ है.
जानकारी के मुताबिक, यमुनोत्री हाईवे पर एनएच विभाग की ओर से पालीगाड़ से लेकर फूलचट्टी तक तीन माह पूर्व करीब 5 करोड़ की लागत से सुधारीकरण का कार्य किया गया था. लेकिन वह कार्य तीन माह भी टिक नहीं पाया. अब स्थिति यह है कि सड़क फूलचट्टी के समीप नाले में तब्दील हो गई है, जहां पर वाहनों की आवाजाही में खतरा बना हुआ है.
खरसाली गावं के प्यारेलाल उनियाल बताते हैं कि फूलचट्टी के समीप सड़क पर नाला बहने से वहां पर वाहन ही नहीं चढ़ पा रहे हैं. कई वाहनों की क्लच प्लेट भी खराब हो चुकी है. वहीं, झर्झरगाड़ के समीप भी आवाजाही में खतरा बना हुआ है. रविवार को मौसम खुलने के बाद भी गंगोत्री और यमुनोत्री हाईवे के खुलने और बंद होने का सिलसिला जारी रहा.
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उधर गंगोत्री हाईवे डबराणी में बड़े-बड़े बोल्डर आने के कारण करीब पांच घंटे तक बंद रहा. धरासू में भी मलबा आने के कारण हाईवे करीब एक घंटा बंद रहा. हालांकि, दोनों स्थानों पर बीआरओ आवाजाही शुरू करवाने में जुटा हुआ है. गंगोत्री हाईवे पर सिल्ला गांव के समीप भी मलबा आने के कारण बार-बार बंद हो रहा है. रविवार दोपहर हाईवे खुलने के बाद दोबारा बंद हो गया. हालांकि, हाईवे खोलने के लिए एनएच की मशीन कार्य कर रही है.