उत्तरकाशी: गंगोत्री-यमुनोत्री के कपाटोद्घाटन के लिए मां यमुना और गंगा की डोली विदाई की तैयारियां भी तेज हो गई हैं. गंगा के मुखबा एवं यमुना के खरसाली मायकेवासी डोली विदाई की तैयारी लगे हुए हैं. ग्रामीण बेटी की तरह डोली को मायके से विदा करेंगे. अब छह माह बाद फिर से गंगा-यमुना की डोली अपने मायके आएगी.
गंगोत्री-यमुनोत्री धाम के कपाट अक्षय तृतीय के पावन पर्व पर 22 अप्रैल को श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खुल जाएंगे. कपाट खुलने के लिए एक दिन का समय शेष रह गया है, इसलिए तीर्थ पुरोहितों ने कपाटोद्घाटन की तैयारियां तेज कर दी हैं. मां गंगा की डोली अपने शीतकालीन प्रवास मुखबा गांव से शुक्रवार को रवाना होगी. गंगोत्री मंदिर के तीर्थ पुरोहित सुधांशु सेमवाल ने बताया गांव में डोली विदाई की तैयारी चल रही है. मुखबा में गंगा मंदिर को फूलों से सजाया जा रहा है. शुक्रवार को 12.15 के गंगा की डोली को चिणा, फाफरा, आलू, राजमा का भोग लगाया जाएगा. इसके बाद आर्मी पाइप बैंड की धुन के साथ डोली गंगोत्री के लिए रवाना होगी.