बाजपुर: 17 जून को किच्छा रोड स्थित गणेश मंदिर के पास 24 वर्षीय नवविवाहिता दामिनी ने दहेज की मांग और गृहक्लेश के चलते फांसी लगाकर आत्महत्या करने के मामले में एक नया मोड़ आया है. पुलिस को घटना स्थल से एक 10 पेज का सुसाइड नोट बरामद हुआ है, जिसमें दामिनी ने अपनी दास्तां लिखी है. सुसाइड नोट ने दोषियों के गले में फांसी का फंदा डालने का काम किया है. पुलिस ने पति समेत 5 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है. एएसपी देवेंद्र पींचा का कहना है कि इस सुसाइड नोट को जांच में शामिल किया जाएगा. बता दें, दामिनी की यह डायरी उसकी मां के घर रखी थी, जो घटना के बाद मिली है.
बात दें, किच्छा रोड स्थित गणेश मंदिर के पास नवविवाहिता दामिनी ने गृहक्लेश के चलते 17 जून को आत्महत्या कर ली थी. मरने से पहले दामिनी ने बयान देकर पति, ससुराली, पड़ोसी और व्यापार मंडल अध्यक्ष को आत्महत्या के लिये जिम्मेदार ठहराया था. वहीं, अब 10 पेज का सुसाइड नोट मिलने के बाद मामले में नया मोड़ आ गया है. सुसाइड नोट में दामिनी ने अपने पति समेत ससुरालीजन, पड़ोसी और व्यापार मंडल अध्यक्ष को मौत का जिम्मेदार ठहराया है.
10 पेज के सुसाइड नोट में लिखी दर्द भरी दास्तां. दामिनी की दर्द भरी दास्तां
दामिनी के पास से मिले सुसाइड नोट में उसकी जिदंगी की दर्द भरी कहानी लिखी हुई है. दामिनी ने अपने मायके वालों से इस तरह के लोगों को नहीं छोड़ने की अपील भी की है. सुसाइड नोट के अनुसार दामिनी ने कहा कि पति दहेज के लिये बहुत मारता-पीटता था. जब वह विरोध करती थी तो वीडियो बनाता था. उसे खुद के साथ हो रहे अत्याचार की वीडियो नहीं बनाने देता था. मां बनने की इच्छा जब पति से जाहिर करती थी तो छह माह का वादा कर टाल देता था. यही नहीं दामिनी ने गर्भपात कराने का भी बात सुसाइड नोट में लिखी है.
सुसाइड नोट के अनुसार दामिनी ने खुद को बहुत ही मजबूर दिखाते हुये आत्महत्या करने की बात कही है. मायके वालों से सॉरी भी बोला है और अपने हारने की बात कही है. सुसाइड नोट में दामिनी ने लिखा है कि वह जीते जी कुछ नहीं कर सकती. सुसाइड नोट में दामिनी ने कहा कि संजय गोयल अंकल ने घर तो बसवाया पर साथ दीपक का दिया. उसी का पक्ष लिया आज तक. दामिनी के सुसाइड नोट में इस बात का खुलासा होने के बाद व्यापारी नेता संजय गोयल भी पुलिस जांच के घेरे में आ गये.
बेटी की मौत का जिम्मेदार संजय गोयल- दामनी की मां
दामिनी की मां और भाई अनुज ने व्यापार मंडल अध्यक्ष संजय गोयल को ही अपनी बेटी की मौत का जिम्मेदार ठहराया है. दामिनी की मां मीनू ने बताया है कि बीते 14 जून को बेटी दामिनी के साथ उसके पति ने मारपीट की थी, जिसकी शिकायत उसने कोतवाली पुलिस से भी की थी. जिसके बाद पुलिस ने दामाद को गिरफ्तार किया था. व्यापार मंडल अध्यक्ष संजय गोयल और मदन द्वारा दामिनी के कहने पर ही कोतवाली पुलिस से दीपक को छुड़ाया गया था. सुसाइड नोट में दामिनी ने साफ लिखा है कि व्यापार मंडल अध्यक्ष संजय गोयल ने पति दीपक का ही साथ दिया. उसके बाद भी पुलिस ने 5 लोगों के खिलाफ मुकदमा तो दर्ज कर लिया है, लेकिन व्यापार मंडल अध्यक्ष संजय गोयल और एक मदन के खिलाफ अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई.
बख्शे नहीं जाएंगे दोषी - एएसपी देवेंद्र पींचा
इस मामले में एएसपी देवेंद्र पींचा का कहना है कि इस घटना में मामला पंजीकृत कर लिया है. दामिनी की मां के पास से मिले 10 पेज के सिसाइ़ड नोट को पुलिस विवेचना में शामिल करेगी. उन्होंने बताया कि फिलहाल सुसाइड नोट को फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है. दामिनी की मां की तहरीर पर पति, ससुरालियों, ननद, नंदोई के खिलाफ अभियोग पंजीकृत किया है. सुसाइड नोट के आधार पर जो भी आरोपी होंगे, उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा.