रुद्रपुर: एसओजी की टीम ने चोरी और फाइनेंस के वाहनों का चेचिस नंबर बदल कर बेचने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है. टीम ने मामले में पांच वाहन और दो कटे हुए वाहन के साथ एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. जबकि एक आरोपी भागने में कामयाब रहा. जिसकी टीम तलाशी कर रही है.
एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने घटना का खुलासा किया. उन्होंने बताया कि नानकमत्ता बाजार निवासी राकेश बाबू ने पुलिस को तहरीर दी थी. जिसमें उन्होंने बताया कि सितारगंज क्षेत्र के जाबिर अली ने उनको एक 18 टायर वाला ट्रक दिखाकर 15 लाख 20 हजार रुपये में बेचने का सौदा तय किया था. इसके एवज में उसने जाबिर को 5 लाख 30 हजार रुपये दिए और शेष पैसों के लिए बैंक से फाइनेंस कराने की बात कही थी. जब राकेश ने वाहन के कागजात मांगे तो जाबिर इधर-उधर की बात करने लगा.
जिसके बाद राकेश ने साबिर से अपने पैसे वापस मांगे तो वह गाली-गलौज कर जान से मारने की धमकी देना लगा. जब उसने जानकारी हासिल की तो पता चला कि सितारगंज क्षेत्र में नबाब वारसी उर्फ गुड्डू फटवेल का एक गिरोह संचालित करता है, जो फाइनेंस और चोरी की गाड़ियों को आरटीओ कार्यालय के लोगों के साथ मिलकर फर्जी तरीके से कागज तैयार कर ऊंचे दामों में बेचता है. जिसकी शिकायत राकेश ने पुलिस से की.
मामले में एसएसपी ने एक टीम गठित की गई. एसओजी टीम को सर्विलांस, सुराग और मुखबिर की सूचना पर पता चला कि थाना सितारगंज के भिटौरा नया गांव में एक टिन के गोदाम में चोरी और फाइनेंस के वाहन को बेचने का कारनाम चल रहा है. टीम ने छानबीन में पाया कि गिरोह का सरगना नवाब वारसी और उसका बेटा अर्स बारसी निवासी सितारगंज के कहने पर अपने मुख्य गुर्गे जाबिर अली और नरुल हसन निवासी जाम नगर, जिला पीलीभीत के साथ मिलकर भिटौरा नया गांव में चोरी के वाहनों को फर्जी तरीके से तैयार कर बेचते हैं.