खटीमाः किसान आंदोलन (farmers agitation) को आज एक साल पूरे हो गए हैं. हालांकि, किसानों के आंदोलन के बाद केंद्र सरकार ने कृषि कानून (farm laws repealed) वापस ले लिया है, लेकिन अब किसान एमएसपी पर कानून (MSP law) बनाने, आंदोलन में मारे गए किसानों के परिजनों को मुआवजा समेत कई मांगों पर अड़े हैं. इसी कड़ी में किसान संयुक्त मोर्चा के आह्वान पर सितारगंज से किसान दिल्ली रवाना हो गए हैं.
बता दें कि कृषि कानूनों के विरोध में एक साल पहले किसानों ने आंदोलन (One Year of kisan andolan) शुरू किया गया था. आंदोलन के एक साल पूरा होने पर किसान संयुक्त किसान मोर्चा (Samyukt Kisan Morcha) के आह्वान पर पूरे देशभर से किसान गाजीपुर बॉर्डर पर इकट्ठे हो रहे हैं.
ये भी पढ़ेंःउत्तराखंड किसान सभा और सीटू का सचिवालय कूच, MSP कानून बनाने की मांग
गुरुद्वारे में मत्था टेक कर रवाना हुए किसानःइसी कड़ी में उधम सिंह नगर जिले के सितारगंज से भी दर्जनों किसान गाजीपुर बॉर्डर के लिए रवाना हो गए हैं. इससे पहले किसान सितारगंज के आगरा गुरु का ताल गुरुद्वारा में इकट्ठा हुए. जहां किसानों ने गुरुद्वारा साहिब में मत्था टेक और दिल्ली के लिए रवाना हुए.
दिल्ली जा रहे किसानों का कहना है कि आज से एक साल पहले उन्होंने कृषि कानूनों को समाप्त करने, एमएसपी लागू करने समेत कई मांगों को लेकर आंदोलन शुरू किया था. जिसमें कृषि कानूनों को तो मोदी सरकार ने रद्द कर दिया है, लेकिन अभी भी उनकी कई मांगे बाकी हैं. जब तक केंद्र सरकार एमएससी पर कानून नहीं बनाएगी. साथ ही किसान आंदोलन में शहीद हुए किसानों के परिवारों को मुआवजा नहीं देगी. तब तक उनका यह आंदोलन जारी रहेगा.