टिहरी: सुरकंडा देवी रोप वे प्रोजेक्ट (Surkanda Devi Rope Way Project) पांच दिन के लिए बंद रहेगा. बताया जा रहा है कि 23 सितंबर तक रोपवे का रूटीन चेकअप एवं निरीक्षण (Routine Testing of Surkanda Devi Ropeway) किया जाएगा. जिसके लिए रोपवे को बंद रखा जाएगा. रोपवे संचालन कंपनी के प्रबंधक निजामुद्दीन सैफी ने बताया प्रत्येक छह महीने में रोपवे की चेकिंग और अन्य जरूरी टेस्टिंग की जाती है. जिसके कारण इस अवधि में रोपवे का संचालन नहीं किया जाता है.
जिला पर्यटन अधिकारी को पत्र भेजकर अवगत कराया कि 19 से 23 सितंबर तक सुरक्षा की दृष्टि से पांच दिन के लिए रोपवे सेवा बंद (surkanda devi ropeway closed for five days) रहेगी. जिस कारण यात्रियों को मंदिर दर्शन के लिए पैदल जाना पड़ेगा.
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गौर हो कि बीते एक मई को सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सिद्धपीठ मां सुरकंडा देवी मंदिर के लिए रोपवे सेवा की आधिकारिक रूप से शुरुआत की थी. हालांकि, रोपवे अप्रैल में शुरू हो गई थी. सुरकंडा देवी मंदिर जाने के लिए रोपवे करीब 5 करोड़ की लागत से तैयार किया गया है. जिसकी लंबाई 502 मीटर है.32 करोड़ रुपये की लागत से बनाए गए रोपवे में 16 डिब्बे लगाए गए हैं. एक डिब्बे में छह लोग सफर कर सकते हैं. टिहरी के कद्दूखाल क्षेत्र स्थित सिद्धपीठ मां सुरकंडा देवी के दर्शन को रोजाना बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं.
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सुरकंडा देवी मंदिर समुद्र तल से 2,750 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. कद्दूखाल से मंदिर परिसर तक करीब डेढ़ किमी की खड़ी चढ़ाई है, जिसे चढ़ने में करीब डेढ़ से दो घंटे लग जाता था. परंतु अब रोपवे शुरू होने से यहां आने वाले श्रद्धालुओं को डेढ़ किलोमीटर खड़ी चढ़ाई नहीं चढ़नी होगी. इससे उन लोगों को बड़ी राहत मिलेगी, जो चलने में असमर्थ हैं. कद्दूखाल से सुरकंडा देवी मंदिर परिसर तक सुरकंडा रोपवे प्रोजेक्ट (Surkanda Ropeway Project) में 6 टावर के सहारे 16 ट्रॉलियों का संचालन हो रहा है. रोपवे से आने-जाने का किराया 177 रुपये रखा गया है