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टिहरी: महिला ने सड़क पर दिया बच्चे को जन्म, स्वास्थ्य सेवा की फिर खुली पोल

एपीएचसी (अपर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र) बूढ़ाकेदार में डॉक्टर और नर्स न होने के कारण महिला को बच्चे को सड़क पर जन्म देने को मजबूर होना पड़ा. परिजन गर्भवती को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पिलखी ले जा रहे थे. तभी गांव से करीब 12 किमी. दूरी पर महिला ने सड़क पर ही बच्चे को जन्म दिया.

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Published : Aug 21, 2020, 10:44 AM IST

Published : Aug 21, 2020, 10:44 AM IST

Updated : Aug 21, 2020, 2:08 PM IST

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टिहरी:उत्तराखंड सरकार प्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्थाएं दुरुस्त होने के लाख दावे करती है, लेकिन धरातल पर कुछ नजर नहीं आता. घनसाली में लचर स्वास्थ्य सेवाओं के चलते गर्भवती महिला ने अस्पताल पहुंचने से पहले ही सड़क पर ही बच्चे को जन्म दे दिया. गनीमत रही कि कोई अनहोनी नहीं हुई. जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं.

भिलंगना ब्लॉक के दूरस्थ बूढ़ाकेदार क्षेत्र के दर्जनों गांवों का एकमात्र एपीएचसी बूढ़ाकेदार में डॉक्टर और नर्स की तैनाती न होने से छोटी बीमारी में भी लोगों को 45 से 50 किमी. दूर पीएचसी पिलखी जाना पड़ता है. गुरुवार की सुबह निवालगांव निवासी नत्थे सिंह की 27 वर्षीय गर्भवती पत्नी बसंती देवी को प्रसव पीड़ा हुई. गांव से पांच किमी. दूर एपीएचसी बूढ़ाकेदार में डॉक्टर न होने पर परिजन उसे निजी वाहन से पिलखी अस्पताल लेकर जा रहे थे. तभी गांव से 12 किमी. दूर निर्जन स्थान पदोखा के पास महिला ने सड़क किनारे बच्चे को जन्म दे दिया.

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सीएमओ डॉ. सुमन आर्य का कहना है जिले में नर्सों की कमी है. इन दिनों अधिकांश नर्सों की ड्यूटी कोविड-19 में लगी है. इस घटना की जांच की जा रही है.

Last Updated : Aug 21, 2020, 2:08 PM IST

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