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कोरोना का असरः मधुशाला नहीं पहुंच रहे सुरा प्रेमी, शराब व्यापारियों ने DM को सौंपा पत्र

लॉकडाउन के चलते शराब व्यापारी घाटे से जूझ रहे हैं. जबकि, इस वित्तीय वर्ष में शराब की दुकानें एक महीने देर से यानी बीते 4 मई से खुली हैं. शराब की दुकानें खुल तो गईं, लेकिन शराब के खरीददार दुकानों पर नहीं पहुंच पा रहे हैं.

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शराब व्यापारी

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Published : May 14, 2020, 6:03 PM IST

रुद्रप्रयागः कोरोना महामारी के चलते शराब व्यापारियों को भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है. ऐसे में शराब व्यापरियों ने जिलाधिकारी को एक पत्र सौंपकर समस्या के समाधान की गुहार लगाई है. ऐसा न होने पर अनुज्ञापियों ने दुकानों को बंद कर अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी दी है.

दरअसल, जिले में अंग्रेजी शराब की दस दुकानें संचालित हो रही हैं और अनुज्ञापियों की ओर से लाइसेंस शुल्क भी समय पर जमा किया गया है, लेकिन लॉकडाउन के कारण बीते 22 मार्च से चार मई तक दुकानें बंद होने से शराब व्यवसायियों को भारी घाटा हुआ है. शराब की दुकानों का समय पहले जहां सुबह दस से रात दस बजे तक था, वहीं अब दुकानें दस से शाम चार बजे तक खोली जा रही हैं.

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ऐसे में अनुज्ञापियों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है. कोराना महामारी के कारण चारधाम यात्रा भी ठप पड़ी है तो शादी, विवाह समेत अन्य कार्यक्रम भी नहीं हो पा रहे हैं. जिससे इसका असर शराब की दुकानों पर पड़ रहा है. सरकार की ओर से निर्धारित राजस्व के तहत दुकानों में आय प्राप्त नहीं हो पा रही है, जिस कारण अनुज्ञापी अधिभार जमा करने में असमर्थ नजर आ रहे हैं.

वहीं, शराब व्यापरियों ने मांग की है कि नुकसान को देखते हुए दुकानों का कोटा प्रणाली पंजाब और उत्तर प्रदेश सरकार की तर्ज पर खत्म किया जाय या फिर अनुज्ञापियों के द्वारा जमा की गई धनराशि वापस की जाए. उन्होंने चेतावनी दी है कि उनकी मांगें नहीं मानी गई तो वे शुक्रवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे.

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