रुद्रप्रयाग: केदारनाथ धाम के कपाट खुलने में अब ज्यादा समय नहीं बचा है. 25 अप्रैल को केदारनाथ धाम के कपाट खुलने हैं. लेकिन केदारनाथ धाम यात्रा की तैयारियों में मौसम बार-बार रोड़ा बना रहा है. शुक्रवार 24 अप्रैल को मौसम साफ होने के बाद फिर से रास्तों पर से बर्फ हटाने का काम शुरू हो गया है. बीते दिनों हुई बर्फबारी के बाद केदारनाथ मार्ग पर फिर से बर्फ जम गई थी.
पिछले दिनों हुई बर्फबारी के कारण पैदल मार्ग के भैरव गदेरे और लिनचोली में ग्लेशियर टूटने से पैदल मार्ग क्षतिग्रस्त हो गया था. अब यहां से एक बार फिर ग्लेशियर को काटकर रास्ता तैयार किया जा रहा है. मजदूर यहां जान जोखिम में डालकर कार्य कर रहे हैं. लगातार मौसम खराब रहने के कारण अब प्रशासन की चिंताएं भी बढ़ गई हैं. यात्रा तैयारियों में मौसम इसी प्रकार बाधक बना रहा तो यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं के अलावा केदारनाथ धाम में रहने वाले स्थानीय लोगों को भी दिक्कतें हो सकती हैं.
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चारधाम यात्रा शुरू होने में अब एक ही माह का समय बचा हुआ है, लेकिन यात्रा तैयारियां करने में मौसम साथ नहीं दे रहा है. एक सप्ताह तक धाम में लगातार हुई बर्फबारी के बाद दो दिन तक मौसम साफ रहा, लेकिन आज फिर एक बार मौसम खराब हो गया है. लगातार मौसम खराब रहने के कारण प्रशासन की चिंताएं बढ़ गई हैं. मजदूरों ने पैदल मार्ग से बर्फ को काटकर पूरी तरह आवाजाही लायक बना दिया था, लेकिन पिछले दिनों ग्लेशियर के टूटने से मार्ग क्षतिग्रस्त हो गया था. अब दोबारा से मजदूर जान जोखिम में डालकर ग्लेशियरों को काटकर रास्ता तैयार कर रहे हैं.
वहीं दूसरी ओर जैसे ही मजदूर रास्ता साफ कर रहे हैं, वैसे ही धाम सहित पैदल मार्ग पर बर्फबारी हो रही है. ऐसे में मजदूरों की मेहनत पर पानी फिर रहा है. एक अप्रैल तक किसी भी हाल में प्रशासन के सामने पैदल मार्ग पर आवाजाही कराने की समस्या है. यदि पैदल मार्ग पर आवाजाही शुरू नहीं होती है तो धाम में यात्रा तैयारियों के अलावा आवश्यक सामग्री का पहुंचना मुश्किल है.
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