उत्तराखंड

uttarakhand

ETV Bharat / state

केदारनाथ में श्रद्धालुओं को दूर से दर्शन कराने को लेकर तीर्थ पुरोहित मुखर, कहा- अलग-अलग व्यवहार सही नहीं

Kedarnath Dham Yatra 2023 केदारनाथ धाम में श्रद्धालुओं को दूर से दर्शन कराने को लेकर तीर्थ पुरोहित ने आवाज बुलंद की है. तीर्थ पुरोहित समाज का कहना है कि बाबा केदार के धाम पहुंचने वाले सभी श्रद्धालु समान हैं. वीआईपी को तो मंदिर के गर्भगृह में भेजा जा रहा है, लेकिन अन्य श्रद्धालुओं को दूर से दर्शन कराए जा रहे हैं.

Etv Bharat
Etv Bharat

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Oct 3, 2023, 12:49 PM IST

Updated : Oct 3, 2023, 2:24 PM IST

केदारनाथ में श्रद्धालुओं को दूर से दर्शन कराने को लेकर तीर्थ पुरोहित मुखर

रुद्रप्रयाग:केदारनाथ धाम में बढ़ती भीड़ को देखकर केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह के दर्शन बंद हो गये हैं. अब सभा मंडप से ही दर्शन कराये जा रहे हैं. गर्भगृह के दर्शन बंद होने पर तीर्थ पुरोहित समाज ने आपत्ति जताई है. तीर्थ पुरोहित समाज के लोगों का कहना है कि श्रद्धालु यहां भगवान के दर्शन के लिये आते हैं. वीआईपी को तो अंदर भेजा जाता है, लेकिन आम श्रद्धालुओं को दूर से ही दर्शन कराये जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि धाम पहुंचने वाले सभी श्रद्धालु एक समान हैं. श्रद्धालु के साथ अलग-अलग व्यवहार नहीं होना चाहिये.

केदारनाथ धाम

केदारनाथ धाम में बढ़ती भीड़ को देखते हुए फिलहाल मंदिर के गर्भगृह के दर्शन बंद हो गये हैं. अब मंदिर के सभा मंडप से ही श्रद्धालुओं को बाबा केदार के त्रिकोणीय आकर के दर्शन कराये जा रहे हैं. इन दिनों श्राद्ध पक्ष चल रहा है. प्रत्येक दिन 18 से बीस हजार तीर्थ यात्री केदार बाबा के दरबार में पहुंच रहे हैं, लेकिन श्रद्धालुओं को दूर से ही दर्शन कराये जा रहे हैं. कुछ दिनों पहले तक भीड़ कम थी तो श्रद्धालुओं को मंदिर के गर्भगृह में जाने दिया जा रहा था, लेकिन भीड़ बढ़ते ही पाबंदी लगा दी गई है.

केदारनाथ में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़
पढ़ें- श्रद्धालुओं ने केदारनाथ में अव्यवस्था का लगाया आरोप, कहा- दर्शन के लिए मांगे जा रहे पैसे, तीर्थ पुरोहित ने की जांच की मांग

चारधाम महापंचायत के उपाध्यक्ष और केदारनाथ के तीर्थ पुरोहित संतोष त्रिवेदी का कहना है कि श्राद्ध पक्ष में हजारों तीर्थ यात्री धाम में पहुंच रहे हैं. यहां की पूजा का विशेष महत्व है. श्रद्धालुओं को मंदिर के गर्भगृह में न भेजा जाना, यहां की परंपरा के खिलाफ है. भीड़ जितनी भी हो, श्रद्धालुओं को मंदिर के अंदर भेजा जाना चाहिए. वीआईपी को तो मंदिर के गर्भगृह में भेजा जा रहा है, लेकिन जो यात्री रात दो बजे से लाइन में लगे हैं, उन्हे अंदर नहीं भेजा जाता है. उन्होंने कहा भगवान के लिए श्रद्धालु एक समान हैं. सबको एक जैसे दर्शन होने चाहिए.

Last Updated : Oct 3, 2023, 2:24 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details