रुद्रप्रयाग: कुंड-गुप्तकाशी राजमार्ग पर चल रहे सुधारीकरण कार्य पर स्थानीय जनता एवं जनप्रतिनिधियों ने सवाल खड़े किये हैं. कुंड से गुप्तकाशी आठ किमी राजमार्ग पर ट्रीटमेंट के साथ ही मार्ग का चैड़ीकरण किया जा रहा है. इस कार्य पर 99 करोड़ के करीब धनराशि स्वीकृत की गई है. अभी तक जो कार्य हुआ है,उस पर लोग गंभीर सवाल खड़े कर रहे हैं.
लोगों ने कार्य पर उठाए सवाल लोगों का कहना है कि एनएच विभाग और निर्माण कार्य कंपनी सिर्फ सरकारी धन को ठिकाने लगाने में लगे हुए हैं. राजमार्ग पर किये जा रहे कार्य में लापरवाही बरती जा रही है. कंपनी की ओर से कई स्थानों पर सड़क मार्ग को यथावत रखते हुए उसी पर निकास नाली निर्मित की जा रही है, जबकि इस स्थान पर पूर्व में भी कई बार जाम की स्थिति बनी रहती है. पहले नाली महज एक फीट की थी, लेकिन अब विभागीय नक्शे के अनुसार लगभग ढाई या तीन फीट की बन रही है. ऐसे में कुछ स्थानों पर राजमार्ग की चौड़ाई पूर्व की अपेक्षा कम हो गयी है. कई ऐसे डेंजर जोन भी हैं, जहां पर दो वाहन एक साथ आवाजाही नहीं कर सकते हैं.
चौड़ी नाली बनने से मार्ग की चौड़ाई हुई कम पढ़ें- तल्लानागपुर पट्टी के उतर्सू गांव के 30 परिवार सड़क मार्ग से वंचित, आंदोलन की दी चेतावनी कुछ तो ऐसे भी स्थान हैं, जहां पर एक भारी वाहन यदि मार्ग पर गुजर रहा है, तो दो पहिया सवार को अपना वाहन साइड लगाने को भी नहीं है. ऐसे में केदारघाटी की जनता खासी परेशान है. व्यापार संघ अध्यक्ष मदन सिंह रावत, उपहार समिति के अध्यक्ष विपिन सेमवाल, सामाजिक कार्यकर्ता प्रदीप राणा ने बताया कि विभाग को उक्त समस्याओं के निराकरण के लिए अवगत किया गया है.ऐसे में विभागीय सहायक अभियंता, कार्यदायी संस्था ने मौके पर आकर आश्वस्त किया कि जिस स्थान पर मार्ग को चैड़ा किया जा सकता है, वहां पर ब्रेकर के माध्यम से दो या तीन फीट चैड़ा किया जायेगा. साथ ही बंद पड़े स्कवरों को भी खोला जायेगा. उन्होंने बताया कि दो स्थानों पर जल विद्युत निगम द्वारा अपने पाइप की सुरक्षा के लिए बीस फीट की सुरक्षा दीवार लगाई गई है. ऐसे में बिना विभागीय अनुमति के तोड़ा नहीं जा सकता है.
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उपहार समिति के अध्यक्ष विपिन सेमवाल ने बताया कि जल विद्युत निगम के अधिशासी अभियंता से उक्त दोनों स्थानों पर अनुउपयोगी सुरक्षा दीवारों को तोड़ने के लिये वार्ता की गयी है. ऐसे में आगामी कुछ दिनों में दोनों डेंजर जोनों पर वर्षों से बंद पड़े पाइपों की सुरक्षा दीवारों को तोड़कर उक्त स्थान पर चैड़ा किया जायेगा, ताकि ऐसे स्थानों पर लगने वाले जाम के झाम से निजात मिल सके. इधर, जिला पंचायत सदस्य विनोद राणा ने कहा कि केन्द्र सरकार से मिले करोड़ों के बजट को एनएच के अभियंता और ठेकेदार ठिकाने लगाने में लगे हैं. यदि समय रहते अभियंताओं और कंपनी ने कार्य में सुधार नहीं किया तो केदारघाटी की जनता आंदोलन के लिए बाध्य हो जाएगी.
कुंड-गुप्तकाशी हाईवे पर वाहनों की आवाजाही रहेगी बंद:केदारनाथ हाईवे पर काकड़ा-कुंड-गुप्तकाशी तक हाईवे का सुधारीकरण कार्य तेजी से किया जा रहा है. जिसके लिए इन दिनों रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक वाहनों की आवाजाही बंद की गई है, यह प्रक्रिया 20 दिसम्बर तक जारी रहेगी.