रुद्रप्रयाग : केदारनाथ आपदा से प्रभावित व्यापारियों को सात साल बाद भी रोजगार नहीं मिल पाया है. सरकार की तरफ से व्यापारियों को न दुकानें आवंटित की गई हैं, और न ही जमीन दी जा रही है, जिससे वे हताश और निराश हैं. व्यापारियों के सामने भुखमरी तक की नौबत आ गयी है और वे अब आंदोलन के मूड में नजर आ रहे हैं.
केदारनाथ और पैदल यात्रा पड़ावों के व्यापारियों ने संयुक्त व्यापार संघ श्री केदारनाथ क्षेत्र गुप्तकाशी के अध्यक्ष प्रेम सिंह सजवाण के नेतृत्व में जिलाधिकारी मनुज गोयल से मुलाकात की और अपनी समस्याओं को रखा. व्यापारियों ने कहा कि आपदा को सात साल का समय बीत गया है, लेकिन उन्हें कोई रोजगार नहीं मिल पाया है. तीन बार देश के प्रधानमंत्री नरेंन्द्र मोदी केदारनाथ आ चुके हैं और उन्हें भी समस्या से अवगत कराया गया था, जबकि मुख्यमंत्री से लेकर कैबिनेट मंत्री कई बार केदारनाथ आ चुके हैं, जो सिर्फ आश्वासन देकर चले जाते हैं.
उन्होंने कहा कि केदारनाथ आपदा से नगर पंचायत केदारनाथ के 128 व्यापारी आज भी रोजगार को लेकर भटक रहे हैं, जबकि गौरीकुण्ड से केदारनाथ पैदल मार्ग के 120 लोगों को भी रोजगार नहीं मिल पाया है. व्यापारियों के सामने भुखमरी जैसी नौबत आ गयी है. उन्होंने कहा कि सरकार एक तरफ पर्यटन को बढ़ावा देने की बात कर रही है, दूसरी ओर जो व्यापारी आपदा से प्रभावित हैं उनको पलायन करने पर मजबूर किया जा रहा है.