रुद्रप्रयाग:जिले के प्रवेश द्वार ग्राम पंचायत खांकरा की अनेक मूलभूत समस्याओं को लेकर ग्राम पंचायत एवं व्यापार सभा के पदाधिकारियों ने पूर्व मुख्यमंत्री एवं गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत को ज्ञापन सौंपा. इस दौरान उन्होंने सांसद से इन मामलों में शीघ्र कार्रवाई की मांग की. वहीं, ग्रामीणों की मांग को लेकर सांसद ने उन्हें उचित आश्वासन दिया है.
रुद्रप्रयाग पहुंचे गढ़वाल सांसद को दिए ज्ञापन में व्यापार मंडल खांकरा के अध्यक्ष बुद्धिबल्लभ ममगाईं सहित अनेक प्रतिनिधियों ने कहा कि खांकरा के लोग आज भी मूलभूत सुविधाओं के आभाव में जी रहे हैं. ग्राम पंचायत खांकरा बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग एवं जनपद की प्रथम पंचायत होने के बाद भी जरूरी सुविधाओं से वंचित हैं. ग्राम पंचायत खांकरा-दैजीमांडा रेलवे प्रभावित क्षेत्र है. रेलवे सुरंग निर्माण के दौरान तीव्र ब्लास्टिंग से प्रभावित क्षेत्र के भवनों को काफी नुकसान हुआ है, लेकिन बार-बार के सर्वे के बावजूद अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है.
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ममगाईं ने कहा कि इसका शीघ्र समाधान किया जाए. ग्राम पंचायत खांकरा के रामपुर गांव को खांकरा दैजीमांडा-पौड़ीखाल निर्माणाधीन मोटर मार्ग से अत्यधिक क्षति हुई है. निकट भविष्य में यहां बड़ी दुर्घटना से इनकार नहीं किया जा सकता है. इसकी उच्च स्तरीय जांच की जानी चाहिए. साथ ही क्षति का आकलन करते हुए सुरक्षा के उपाय किए जाएं. उन्होंने गढ़वाल सांसद से कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग 58 पर सिरोबगड़ से खांकरा तक 4 किमी राजमार्ग अत्यधिक खतरनाक और जानलेवा बना है. विभागीय लापरवाही के चलते चारधाम यात्रियों के साथ ही स्थानीय लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
उन्होंने कहा कि मोटर मार्ग का स्थाई डामरीकरण एवं सुधारात्मक कार्य किए जाएं. ताकि संभावित दुर्घटनाओं को रोका जा सके. साथ ही खांकरा में संचालित एएनएम सेंटर को दस बेड का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के रूप में उच्चीकृत किया जाए. कहा कि सिरोबगड़ बाईपास निर्माण के बाद खांकरा सहित संपूर्ण क्षेत्र कटकर अलग हो जाएगा, जिससे यहां की व्यवसायिक गतिविधियों के साथ ही ग्रामीणों का आवागमन भी प्रभावित होगा. ऐसे में ग्रामीणों की मांग के अनुरूप बाईपास के तीसरे पुल से खांकरा तक लिंक मोटर मार्ग का निर्माण करवाया जाए. इसकी लम्बाई भी करीब एक किमी है. जिसका सर्वे भी पूर्व में लोनिवि द्वारा किया गया है, जिससे क्षेत्र में आवागमन सुचारू रहे. क्षेत्रीय प्रतिनिधियों ने सांसद से शीघ्र उक्त समस्याओं पर जनहित में कार्रवाई की मांग की है. वहीं, ग्रामीणों की मांग को लेकर सांसद ने उन्हें उचित आश्वासन दिया है.