बेरीनाग: एनएचएम संविदा कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर आंदोलन करने करने का ऐलान किया है. 7 दिसंबर से एनएचएम संविदा कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार करने की भी घोषणा की है. एनएचएम संविदा कर्मचारियों का कहना है कि उन्हें उम्मीद है कि कर्मचारियों की मजबूरी को ध्यान में रखते हुए उनकी मांगों का शीघ्र निस्तारण किया जाएगा.
एनएचएम कर्मचारियों ने बताया कि कोविड-19 के दौरान विगत वर्षों से सभी जनपदों में कार्यरत एनएचएम कार्मिक विभिन्न महत्वपूर्ण स्थानों पर एक-एक मरीज की जान बचाने के लिए अपने परिवार की फिक्र किए बिना अपने-अपने प्रमोशन एवं उच्चाधिकारियों की अपेक्षाओं के अनुसार अपना योगदान दे रहे हैं. जिसकी सराहना खुद जिलाधिकारी कर चुके हैं.
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उन्होंने कहा वह भारी मन से कार्य बहिष्कार का ऐलान कर रहे हैं, क्योंकि उन्हें पता है कि इस कोविड-19 में उनके कार्य बहिष्कार से आमजन को काफी तकलीफों का सामना करना पड़ सकता है. उन्होंने कहा हमें आशा ही नहीं विश्वास है कि कर्मचारियों की मजबूरी को ध्यान में रखते हुए उनकी मांगों का शीघ्र निस्तारण किया जाएगा.
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बता दें एनएचएम कर्मी अपनी दो प्रमुख मांगों के लिए आंदोलन कर रहे हैं. जिनमें एनएचएम हरियाणा के तर्ज पर ग्रेड पे का लाभ उत्तराखंड के एनएचएम कर्मचारियों को दिए जाने और पर्वती राज्य असम की भांति 60 वर्ष तक की सेवा का लाभ दिए जाने की मांग है.
कर्मचारियों की दूसरी मांग है कि आउटसोर्सिंग के माध्यम से की जा रही नियुक्ति प्रक्रिया को अविलंब समाप्त कर वर्तमान में कार्यरत आउटसोर्सिंग से अनुबंधित कर्मियों को राज्य व जिला स्वास्थ्य समितियों के माध्यम से ही नियुक्ति प्रदान की जाए.