पौड़ी: गढ़वाल वन प्रभाग एवं कॉर्बेट नेशनल पार्क से सटे गांवों में बांधों का आतंक बना हुआ है. कॉर्बेट पार्क से लगे 25 गांवों में पिछले कई दिनों से पांच बाघों का एक झुंड दिखाई दे रहा है. लैंसडाउन विधानसभा क्षेत्र के नैनीडांडा, रिखणीखाल, धुमाकोट ब्लॉक में बाघों ने अब तक दो लोगों को अपना निवाला बनाया है. बाघ क्षेत्र के दर्जनों गांवों में 20 से अधिक मवेशियों को निवाला बना चुके हैं. वहीं बाघों की धमक से लोगों में खौफ का माहौल है. जिसके बाद 25 गांवों में 11 घंटे का रात्रि कर्फ्यू के साथ-साथ धारा-144 लागू कर दिया गया है. इसके साथ ही डीएम ने लैंसडाउन विधानसभा के रिखणीखाल तहसील के अंतर्गत डल्ला गांव पहुंचे. जहां उन्होंने बाघ के हमले में पीड़ित परिवार के परिजनों से मुलाकात की और उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया.
वहीं, जिलाधिकारी पौड़ी ने लैंसडाउन वन प्रभाग के अधिकारियों और स्थानीय प्रशासन की टीम से बातचीत कर मामले की जानकारी है. जिलाधिकारी पौड़ी डॉ आशीष चौहान ने जानकारी दी की लैंसडाउन विधानसभा में बाघों के झुंड द्वारा दो मानव क्षति की घटना हुई हैं. ऐसे में वन विभाग के अधिकारियों की टीम गठित कर दी गई है. वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि पौड़ी जिले की धुमाकोट और रिखणीखाल तहसील के कई गांवों के आसपास के इलाकों में एक बाघ के घूमने से वहां के लोगों का सामान्य जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. हमने ऐसी टीमें बनाई हैं जिनमें डीएफओ के अधिकारी शामिल हैं और बाघ की निगरानी कर रहे हैं. इसके साथ ही स्कूल भी बंद कर दिए गए हैं और बाघों को पकड़ने के प्रयास जारी हैं.
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