श्रीनगर: प्रदेश वासियों के लिए अच्छी खबर है. पहाड़ी इलाकों में हाईटेंशन लाइन को अंडरग्राउंड (high tension line underground) करने का काम शुरू हो चुका है. इसकी शुरुआत श्रीनगर (Srinagar) से हुई है. यहां रुद्रप्रयाग-पौड़ी 33 केबी की हाईटेंशन लाइन को अंडरग्राउंड किया गया है. हाईटेंशन लाइन अंडरग्राउंड होने से लोगों को करंट लगने से मुक्ति मिलेगी.
इससे पूर्व ये हाईटेंशन लाइन लोगों के घरों, दीवारों से सट कर जाया करती थी, जिससे हमेशा खतरा बना रहता था. प्रदेश के कई हिस्सों में हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से लोगों की मौत होने की खबरें आती रहती हैं.
अंडरग्राउंड हाईटेंशन लाइन वाला शहर बना श्रीनगर. पहाड़ी क्षेत्र का श्रीनगर पहला ऐसा शहर है, जहां हाईटेंशन लाइन को अंडरग्राउंड किया गया है. ऊर्जा निगम (Energy Corporation) ने तिवाड़ी मोहल्ले के 132 केबी विद्युत सब स्टेशन (Srinagar 132 KB Vidyut Sub Station) से बुघाणी रोड तक 5 किलोमीटर लंबी इस लाइन को अंडरग्राउंड किया गया है. अब पुरानी हाईटेंशन लाइन में करंट नहीं है. इस कार्य को पूरा करने में ऊर्जा निगम ने 2 करोड़ की धनराशि का व्यय किया है.
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ऊर्जा निगम के आधिशासी अभियंता युद्धवीर सिंह तोमर ने बताया कि प्रदेश के हिल एरिया में पहली बार हाईटेंशन लाइन को अंडरग्राउंड किया गया है. उन्होंने बताया कि जल्द पुरानी हाईटेंशन लाइन को हटा दिया जाएगा. ये अंडरग्राउंड लाइन श्रीनगर के डांग, संयुक्त अस्पताल, तिवाड़ी मोहल्ला, भक्तियाना सहित अन्य इलाकों से गुजरते हुए बुघाणी रोड तक आती थी. उन्होंने बताया कि इस लाइन के अंडरग्राउंड होने से लोगों को अब करंट लगने का खतरा नहीं रहेगा.