उत्तराखंड

uttarakhand

ETV Bharat / state

जुलाई से सितंबर नो टेंशन! मॉनसून से पहले पूर्ति विभाग ने एडवांस में भेजा राशन

उत्तराखंड में मॉनसून को लेकर पूर्ति विभाग ने पहले ही तैयारी कर ली है. बरसात के मौसम में जनपदों के दूरस्थ इलाकों में राशन और गैस की आपूर्ति बाधित ना हो इसके लिए विभाग ने जुलाई से सितंबर महीने तक का राशन भिजवाने का काम शुरू कर दिया है.

By

Published : Jun 22, 2020, 11:56 AM IST

pauri
मॉनसून से पहले पूर्ति विभाग की तैयारी

पौड़ी: कोरोना महामारी के साथ-साथ अब प्रदेश में बरसात का मौसम लोगों की परेशानी बढ़ा सकता है. बारिश की वजह से पहाड़ों में रास्ते बाधित हो जाते हैं. इसकी वजह से राशन और गैस की आपूर्ति बाधित हो जाती है. ऐसे में पूर्ति विभाग ने बरसात से पहले ही जनपदों के दूरस्थ इलाकों में जुलाई से सितंबर महीने तक का राशन भिजवाने का काम शुरू कर दिया है.

अब बरसात के मौसम को देखते हुए जनपद के दूरस्थ क्षेत्रों तक राशन और घरेलू गैस सप्लाई को लेकर पूर्ति विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है. दूरस्थ क्षेत्रों में आवश्यक वस्तुओं की किल्लत न हो इसके लिए विभाग की ओर से राशन भिजवाने का कार्य किया जा रहा है. वहीं, लॉकडाउन के बाद विभिन्न प्रदेशों से गांव लौटे 60 हजार से अधिक प्रवासियों के लिए भी रसद आदि की व्यवस्थाएं की जा रही हैं.

कोरोना को देखते हुए क्वारंटाइन सेंटरों में रह रहे प्रवासियों और फंसे श्रमिकों के लिए ब्लॉकों और तहसीलों के जरिए 14 हजार से अधिक किट पहुंचाई गई हैं. बरसात को देखते हुए रसद के साथ ही पेट्रोल-डीजल व लेकर घरेलू गैस सिलेंडरों को भी आरक्षित कर दिया गया है.

ये भी पढ़ें:उत्तराखंड: 6 जिलों में भारी बारिश का पूर्वानुमान, जानिए प्रदेश के मौसम का हाल

जनपद पौड़ी में कोरोना संकट के बीच गांव लौटे जिन प्रवासियों के पास राशन कार्ड नहीं हैं उन्हें पूर्ति विभाग की ओर से आत्म निर्भर भारत योजना के तहत जून तक का खाद्यान्न दिया जा रहा है. जनपद के 22 गोदामों के माध्यम से दूरस्थ क्षेत्रों तक खाद्यान्न सप्लाई को लेकर डीएसओ पौड़ी की ओर से एफसीआई कोटद्वार और वरिष्ठ विपणन अधिकारी के बेस डिपो कोटद्वार में भी खाद्यान्न का निरीक्षण किया गया.

डीएसओ केएस कोहली ने बताया कि बरसात को देखते हुए पहले ही सितंबर तक का पूरा खाद्यान्न गोदामों तक पहुंचाने की तैयारी कर ली गई है. जिले के 1 लाख 75 हजार राशन कार्ड धारकों के लिए करीब 38 हजार क्विंटल गेहूं, 47 हजार क्विंटल चावल को गोदामों के जरिए गल्ला विक्रेताओं तक पहुंचाया जाएगा. बरसात के समय खासकर दूरस्थ क्षेत्रों को जोड़ने वाले संपर्क मार्गों में आवाजाही को लेकर दिक्कतें रहती हैं. ऐसे इलाकों में आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई समय से कर दी जा रही है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details