श्रीनगर: जोशीमठ आपदा के बाद अब श्रीनगर के लोगों में भी डर का माहौल है. डरे सहमे हाइडल कॉलोनी के लोगों ने रेलवे विकास निगम की कार्यदायी ऋत्विक कंपनी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. ऋत्विक कंपनी की ब्लास्टिंग से परेशान लोगों ने पीपलचौरी में केंद्र, राज्य सरकार के साथ ही रेलवे विकास निगम का पुतला फूंका. इस दौरान लोगों ने सरकार के विरोध में नारेबाजी भी की. लोगों ने आरोप लगाया कि बिना किसी ठोस वैज्ञानिक तथ्यों के रेलवे की सुरंग बनाने के लिये ब्लास्टिंग की जा रही है. जिससे लोगों को बेघर होने का डर सताने लगा है.
Railway Tunnel Blasting: श्रीनगर में रेलवे की ब्लास्टिंग ने बढ़ाई लोगों की 'टेंशन' - blasting of Srinagar Railway
श्रीनगर में ब्लास्टिंग से परेशान लोगों ने केंद्र और राज्य सरकार का पुतला दहन किया. इस दौरान लोगों ने ऋत्विक कंपनी के खिलाफ नारेबाजी भी की. हाइडल कॉलोनी के लोगों ने विरोध प्रदर्शन (Protest by the people of Srinagar Hydel Colony) करते हुए श्रीनगर में रेलवे ब्लास्टिंग रोकने की मांग की है. ऐसा न करने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी गई है.
स्थानीय निवासी अमित धनाई सहित अन्य लोगों ने कहा कि वे पिछले तीन सालों से रेलवे विकास निगम, स्थानीय प्रशासन सहित तमाम अधिकारियों के चक्कर काटकर परेशान हो गये हैं. रेलवे विकास निगम श्रीनगर में लगातार ब्लास्टिंग कर रहा है. जिससे हाइडल कॉलोनी के आस पास के 40 से अधिक मकानों में दरारें आ गयी हैं. जिसकी कोई भी सुध लेने को तैयार नहीं है. यहां हालात इतने खराब हैं कि उन्हें घरों से बाहर सोना पड़ रहा है. जोशीमठ में घरों में आई दरारों और उसके बाद हुए घटनाक्रम के बाद अब हाइडल कॉलोनी के रहवासियों को भी बेघर होने का डर सता रहा है. स्थानीय लोगों ने रेलवे विकास निगम को चेतावनी दी है कि अगर ब्लास्टिंग नहीं रोकी गई तो स्थानीय लोग बच्चों, परिवार सहित सरकार और रेलवे विकास निगम के विरोध में आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे.
पढे़ं- ब्लास्टिंग की दरारों से दहली 'जिंदगी', जोशीमठ के बाद अब श्रीनगर में भी सड़कों पर लोग
दरअसल, ऋषिकेश कर्णप्रयाग लाइन का काम इन दिनों जोरों पर है. इसके लिए श्रीनगर से स्वीत गांव तक अंडरग्राउंड रेलवे सुरंग का काम किया जा रहा है. लोगों का इसी सुरंग के कार्य में प्रयोग होने वाली ब्लास्टिंग को लेकर ऐतराज है. लोगों का कहना है इस ब्लास्टिंग के कारण श्रीनगर, स्वीत, डुंगरीपंथ सहित अन्य इलाकों में मकानों पर बड़ी बड़ी दरारें आ रही हैं, जो भविष्य में उनके लिए खतरे का संकेत है.
TAGGED:
श्रीनगर