पौड़ी:लोकसभा चुनाव को शांतिपूर्वक संपन्न करने के लिए जिला प्रशासन की ओर से पौड़ी तहसील के अंतर्गत 36 लोगों को शांति भंग की आशंका को देखते हुए नोटिस भेजा गया है. नोटिस मिलने के बाद पास के पाबौ ब्लॉक के ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर भेजे गए समन को निरस्त करने की मांग की है. वही कांग्रेस के नगर अध्यक्ष ने कहा कि सरकार विपक्ष की आवाज दबाना चाहती है, इसलिए लोगों को समन भेजा गया है.
शांतिभंग के मामले 36 लोगों को समन, कांग्रेस ने लगाया विपक्ष की आवाज दबाने का आरोप
कांग्रेस कमेटी के नगर अध्यक्ष विनोद बिष्ट ने बताया कि वह छात्र राजनीति से लेकर पौड़ी में दो बार सभासद रहे हैं और उनका किसी भी आपराधिक गतिविधियों में कोई संबंध नहीं रहा है. इसके बाद भी प्रशासन की ओर से उनको समन भेजा गया है. उन्होंने कहा कि सरकार विपक्ष की आवाज दबाने का प्रयास कर रही है.
कांग्रेस कमेटी के नगर अध्यक्ष विनोद बिष्ट ने बताया कि वह छात्र राजनीति से लेकर पौड़ी में दो बार सभासद रहे हैं और उनका किसी भी आपराधिक गतिविधियों में कोई संबंध नहीं रहा है. इसके बाद भी प्रशासन की ओर से उनको समन भेजा गया है. उन्होंने कहा कि सरकार विपक्ष की आवाज दबाने का प्रयास कर रही है. वहीं समाजसेवी सुल्तान सिंह ने कहा कि उनके क्षेत्र के लोगों को जिला प्रशासन की ओर से समन प्रेषित किए गए हैं. वे सभी लोग अपने घरों में शांतिपूर्वक रहते हैं और समाज की किसी भी अराजक गतिविधि में उनका कोई हस्तक्षेप नहीं रहता है.
समन मिलने के बाद सभी लोग मानसिक रूप से बहुत परेशान हैं. जिसके चलते उन्होंने जिलाधिकारी पौड़ी को ज्ञापन सौंपकर इन समन को निरस्त करने की मांग की है. वहीं उपजिलाधिकारी पौड़ी योगेश सिंह ने बताया की पौड़ी तहसील के अंतर्गत 36 लोगों को शांति भंग की आशंका को देखते हुए सीआरपीसी की धारा 107/16 के तहत समन भेजे गए हैं. उन्होंने बताया कि जो एक न्यायिक प्रक्रिया है यदि किसी भी व्यक्ति को लगता है कि उसे समन गलत तरह से भेजा गया है तो वो न्यायालय की शरण में जाकर अपनी बात को रख सकता है.