श्रीनगरःपौड़ी जिले का श्रीनगर रोडवेज डिपो को जनता के विरोध के बाद ऋषिकेश शिफ्ट कर दिया गया है. श्रीनगर डिपो को स्थानांतरित करने के आदेश डिपो के कर्मियों को मेल के जरिए दिया गया है. आदेश में लिखा गया है कि डिपो की सारी बसें, कर्मी, टेक्निकल स्टाफ अब ऋषिकेश से अपनी सेवाएं देंगे. इस सूचना के मिलने के बाद श्रीनगर की जनता में आक्रोश दिखाई दे रहा है. लोगों का कहना है कि डिपो का स्थानांतरण जनता के हितों के साथ खिलवाड़ है.
श्रीनगर बस डिपो ऋषिकेश शिफ्ट, जनता में आक्रोश
गढ़वाल मंडल के एक मात्र प्रॉफिटेबल श्रीनगर बस डिपो को ऋषिकेश बस डिपो में विलय किया जा रहा है. यह जानकारी डिपो कर्मियों को मेल के जरिए मिली है. डिपो से कुल 9 बसें चलती है. डिपो में 4 स्थायी और 32 संविदाकर्मी तैनात हैं. वहीं, इस फैसले के बाद जनता में आक्रोश है.
श्रीनगर रोडवेज डिपो से रोज 9 बसें दिल्ली, चंडीगढ़, देहरादून, कोटद्वार, चमोली व रुद्रप्रयाग के लिए चलती हैं. श्रीनगर डिपो गढ़वाल मंडल के पर्वतीय क्षेत्र का एक मात्र डिपो है. जो हमेशा प्रॉफिट में रहता है. इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि यात्रा के दौरान हर दिन डिपो 98 हजार रुपये की इनकम करता था, जिसमें 30 हजार रुपये बचत है. डिपो में 1 ड्राइवर, 3 कंडक्टर स्थाई हैं. जबकि 32 कर्मी संविदा में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. वहीं, परिवहन विभाग ने श्रीनगर डिपो के लिए असिस्टेंट मैनेजर की पोस्ट भी खत्म कर दी थी. डिपो में अंतिम असिस्टेंट मैनेजर 2019 में पूजा जोशी रहीं.
वहीं, अब स्थानीय लोग डिपो को शिफ्ट करने को लेकर आक्रोशित हैं. स्थानीय निवासी परवेज अहमद का कहना है कि श्रीनगर एजुकेशन हब है. यहां बड़ी संख्या में छात्र अन्य प्रदेशों से पढ़ने के लिए आते हैं. जो मात्र रोडवेज से ही सफर करते हैं. श्रीनगर से बसें छात्रों को आसानी से मिल जाया करती है. लेकिन डिपो को शिफ्ट करने से छात्रों के साथ-साथ स्थानीय लोगों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ेगा. श्रीनगर डिपो के अकाउंटेंट अशोक काला का कहना है कि उन्हें मेल के जरिए डिपो को शिफ्ट करने के आदेश मिल चुके हैं.