श्रीनगर: अगर आप भी सोशल मीडिया पर एक्टिव हैं तो आपको सावधान रहने की जरूरत है. जरा सी लापरवाही या रोमांच के चक्कर में नए अपराध यानी सेक्सटॉर्शन का शिकार बन सकते हैं. ऐसे ही कुछ मामले श्रीनगर गढ़वाल से सामने आए हैं. जहां कुछ लोग अश्लील वीडियो चैट करने के बाद ब्लैकमेलिंग का शिकार हुए हैं, लेकिन शर्मिंदगी के चलते पुलिस से शिकायत करने में भी कतरा रहे हैं.
दरअसल, श्रीनगर में अभी तक ऐसे दो मामले सामने आए हैं. जिसमें सोशल मीडिया के जरिये पहले तो युवाओं से नजदीकी बनाई जा रही है. फिर बातचीत आगे बढ़ाकर अश्लील वीडियो चैट की जा रही है. इन्हीं अश्लील वीडियो के जरिये इन युवाओं को ब्लैकमेल किया जा रहा है. साथ ही उनसे मोटा पैसा तक वसूला जा रहा है. ज्यादातर लोग लोक-लाज के डर के कारण इस गिरोह को पैसा दे भी रहे हैं. साथ ही पुलिस के पास जाने से डर भी रहे हैं. हैरानी की बात है कि इतना सब होने के बाद भी श्रीनगर कोतवाली में अभी तक एक भी मामले में किसी ने लिखित शिकायत दर्ज नहीं करवाई है.
श्रीनगर में सेक्सटॉर्शन का शिकार हो रहे लोग. ये भी पढ़ेंःइंस्टाग्राम पर फेक प्रोफाइल से पोस्ट हुईं अश्लील तस्वीरें, शर्मिंदगी में लड़की ने किया सुसाइड
मामले में श्रीनगर कोतवाली के प्रभारी कोतवाल हरिओम चौहान ने बताया कि उनके संज्ञान में अभी तक दो ऐसे मामले आए हैं. जिसमें लोगों के साथ अश्लील वीडियो चैट के जरिये ब्लैकमेलिंग की गई है. उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में किसी को भी पैसे देने की जरूरत नहीं है. ये पूरा एक संगठित गिरोह है, जो उस कार्य में लिप्त है. दोनों मामलों में पुलिस ने पीड़ितों की पूरी मदद की. उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि किसी भी अनजान वीडियो कॉल न उठाएं और चैट न करें.
क्या होता है सेक्सटॉर्शनःदरअसल,आजकल साइबर ठग लोगों से सेक्सुअल ब्लैकमेलिंग यानी सेक्सटॉर्शन से वसूली कर रहे हैं. वेबकैम, मोबाइल या वीडियो कॉल के जरिए किसी की सेक्स गतिविधियों या न्यूड तस्वीरों को रिकॉर्ड करके उसके जरिए ब्लैकमेल करने को सेक्सटॉर्शन कहते हैं. सेक्सटॉर्शन वर्चुअल सेक्स और फिर होने वाली उगाही से मिलकर बना है. इसमें साइबर ठग फेक आईडी बनाकर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजते हैं.
फिर वीडियो कॉल में महिला या युवती न्यूड होकर सामने आती है और सेक्स गतिविधि करती है, लेकिन मोबाइल चला रहे शख्स को मालूम ही नहीं होता है कि उसकी रिकॉर्डिंग की जा रही है. फिर कुछ देर बाद महिला उस रिकॉर्ड वीडियो को उसके मोबाइल पर भेज देती है और वायरल करने की धमकी देकर मोटी रकम की डिमांड करती है. ऐसे में शख्स को वीडियो वायरल होने की डर से डिमांड के मुताबिक रकम चुकाना पड़ता है.