श्रीनगर: प्रदेश सरकार ने अंकिता भंडारी हत्याकांड की पैरवी कर रहे सरकारी वकील को हटा दिया है. न्याय एवं अपर विधि परामर्शी अपर सचिव सुधीर कुमार सिंह ने केस से विशेष लोक अभियोजक जितेंद्र रावत को हटाए जाने का आदेश जारी कर दिया है.
अब अवनीश नेगी लड़ेंगे अंकिता भंडारी का केस: अब केस की पैरवी पूर्व जिला शासकीय अधिवक्ता अवनीश नेगी को सौंपी गई है. अंकिता के माता-पिता लगातार सरकारी वकील को हटाने की मांग कर रहे थे. उन्होंने सरकारी वकील पर केस को कमजोर करने, बयानों को तोड़ मरोड़ कर पेश करने, मामले में सरकारी वकील द्वारा सोशल मीडिया पर पोस्ट किए जाने के आरोप लगाए थे. कांग्रेसियों ने इसको लेकर अंकिता के माता-पिता के समर्थन में पौड़ी से लेकर देहरादून तक प्रदर्शन भी किए.
अंकिता भंडारी हत्याकांड को हुए 10 महीने: प्रदेश के वीभत्स हत्याकांडों में शुमार अंकिता भंडारी हत्याकांडको करीब 10 माह का समय हो गया है. मामले की सुनवाई एडीजे कोर्ट कोटद्वार में चल रही है. इसी दौरान बीते एक जून को अंकिता के माता-पिता ने केस से सरकारी वकील (विशेष लोक अभियोजक) जितेंद्र रावत को हटाने की मांग की थी. इस पर डीएम पौड़ी ने एसडीएम कोटद्वार को जांच सौंप जल्द रिपोर्ट देने के निर्देश दिए थे.
ये भी पढ़ें: 19 साल की अंकिता भंडारी की हत्या, चीला नहर में फेंका, पूर्व राज्य मंत्री के बेटे पुलकित आर्य समेत तीन अरेस्ट
अंकिता के परिजनों ने वकील हटाने की मांग की थी:रिपोर्ट आने पर प्रशासन ने शासन को भेजी, लेकिन शासन स्तर से कोई कार्रवाई नहीं हुई. जिसके बाद 6 जुलाई को अंकिता के पिता वीरेंद्र भंडारी ने फिर से डीएम पौड़ी डॉक्टर आशीष चौहान से सरकारी वकील को हटाने की मांग की थी. पिता वीरेंद्र भंडारी ने कहा था कि अंकिता का केस लड़ रहे सरकार वकील गवाहों के बयानों को तोड़-मरोड़ पेश करने के साथ ही केस को कमजोर कर रहे हैं.
अंकिता के परिजनों के समर्थन में कांग्रेस ने धरना दिया था: गौरतलब है कि बीते 5 और 6 जुलाई को अंकिता के माता- पिता के सरकारी वकील को हटाने की मांग के समर्थन में कांग्रेस नेता मनीष खंडूड़ी के नेतृत्व में जिला मुख्यालय पौड़ी में कांग्रेसियों ने धरना दिया था. जिसके बाद देहरादून में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की अगुवाई में कांग्रेसी अंकिता के परिजनों के समर्थन में सड़क पर उतरे थे.
ये भी पढ़ें: अंकिता भंडारी हत्याकांड: सरकारी वकील ने केस से खुद को किया अलग, परिजनों से जताया संतोष, कांग्रेस के आंदोलन को झटका
अंकिता हत्याकांड से हटाए गए अधिवक्ता जितेंद्र रावत: इससे पहले कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने भी अंकिता के गांव पहुंचकर उसके माता- पिता से मुलाकात कर हरसंभव मदद का भरोसा दिया था. बीती 17 जुलाई को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने पौड़ी से अंकिता के गांव श्रीकोट तक 12 किमी पैदल स्वाभिमान न्याय यात्रा निकाली थी. इस बीच 14 जुलाई को स्वयं विशेष लोक अभियोजक जितेंद्र रावत ने केस से हटने की इच्छा जताते हुए मुख्यमंत्री को पत्र भेजा था. डीएम पौड़ी डॉक्टर आशीष चौहान ने बताया कि अंकिता हत्याकांड की सुनवाई से विशेष लोक अभियोजक जितेंद्र रावत को हटा दिया गया है. उन्होंने बताया कि न्याय एवं अपर विधि परामर्शी अपर सचिव ने आदेश जारी कर पूर्व जिला शासकीय अधिवक्ता अवनीश नेगी को सरकार की ओर से अंकिता हत्याकांड केस की पैरवी के लिए नियुक्त किया है.