हल्द्वानी:प्रदेश में भारी बारिश से हुई तबाही को लेकर नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने सरकार को घेरा है. यशपाल आर्य ने कहा कि आपदा राहत बचाव कार्य को लेकर जिस तरह से सरकार को काम करना चाहिए था, उसमें सरकार बिल्कुल विफल साबित हो रही है. भारी बारिश के चलते पूरे उत्तराखंड में दर्जनों सड़कें बंद हैं. कई जगह भूस्खलन हो रहा है. कई गांवों का जिला मुख्यालय से संपर्क टूट गया है. जानमाल का भी नुकसान हुआ है.
नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य का कहना है कि किसानों की फसलें तबाह होने के कगार पर हैं, लेकिन सरकार आपदा के लिहाज से कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है. यशपाल आर्य ने कहा कि जिस तरह से सीमांत इलाकों के हालात हैं, उससे यह साबित हो रहा है कि सरकार आमजन के प्रति बिल्कुल संवेदनहीन हो गई है.
जीरो टॉलरेंस पर राज्य सरकार को घेरते हुए यशपाल आर्य ने कहा कि UKSSSC पेपर लीक घोटाले मामले में सरकार बड़े चेहरों को बेनकाब नहीं करना चाहती. इसीलिए वह सीबीआई जांच नहीं कराना चाहती है. उन्होंने कहा कि अगर सरकार की नीयत साफ है तो वह पेपर लीक घोटाले में दो दिन का विशेष सत्र बुलाए और इस सत्र में सभी सदस्यों को अपनी बात रखने का मौका मिलना चाहिए, जिससे इस मामले के दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जा सके.
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पर्वतीय क्षेत्रों में भारी बारिश की चेतावनी:उत्तराखंड मौसम विभाग ने आज पर्वतीय क्षेत्रों में मध्यम से भारी बारिश (Heavy Rain in uttarakhand) की संभावना जताई है. इसी के साथ कई जिलों में गर्जन के साथ आकाशीय बिजली चमकने की भी आशंका है. इसी के तहत मौसम विभाग ने बारिश को लेकर प्रदेश में येलो अलर्ट जारी किया है. बता दें कि उत्तराखंड में मौसम का मिजाज तल्ख है. रुक रुक कर बारिश (Uttarakhand rain) का दौर जारी है, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है.
बार-बार बंद हो रही सड़कें:कुमाऊं के कई हिस्सों में लगातार बारिश हो रही है, जिसकी वजह से भूस्खलन और बोल्डर गिरने से सड़कें बंद हो रही हैं. 17 सितंबर को कुमाऊं मंडल में कुल 68 सड़कों के बंद होने की जानकारी थी.