हल्द्वानी:कुछ कर गुजरने की ललक हो तो मुश्किल काम भी आसान लगता है. ऐसा ही कर दिखाया है नैनीताल जिले के कालाढूंगी क्षेत्र की सशक्त महिलाओं ने. यहां की महिलाएं कभी घरेलू काम और जंगल में घास काटने काम करती थी. लेकिन अब वो महिला सहायता समूह की स्थापना कर स्वरोजगार अपनाते हुए कैंटीन का संचालन (Women running canteen in Pawalgarh) कर रही हैं. इससे महिलाएं रोजाना 500 रुपये से लेकर 1 हजार तक आमदनी कर रही हैं. कैंटीन का संचालन कर महिलाओं में काफी खुशी है.
नैनीताल जनपद के कालाढूंगी का पवलगढ़ क्षेत्र दूरस्थ क्षेत्रों में माना जाता है. पवलगढ़ पर्यटन के लिहाज से पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र भी है. कॉर्बेट नेशनल पार्क से लगे क्षेत्र की महिलाएं पहले घरेलू कार्य के साथ-साथ जंगलों से घास काटने का काम करती थी. लेकिन यहां की 26 महिलाओं का समूह घास काटना छोड़ पवलगढ़ वन विभाग गेस्ट हाउस के सामने कैंटीन का संचालन कर रहा हैं. ये पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन रहा है. भारी संख्या में पर्यटक यहां पहुंचते हैं जो इन महिला सहायता समूह की कैंटीन के खाने का स्वाद ले रहे हैं.
महिला सहायता समूह की सदस्य सुनीता देवी ने बताया कि पहले वह लोग घरों में ही रहकर घरेलू काम के अलावा जंगलों से घास काटने का काम करती थीं. जहां जंगली जानवरों से भी खतरा बना रहता था. लेकिन उन्होंने महिला सहायता समूह की स्थापना की. जिसके माध्यम से 26 महिलाओं को जोड़ रखा है. महिला सहायता समूह अपनी कैंटीन का संचालन करती हैं. कैंटीन में सभी तरह के फास्ट फूड के अलावा पहाड़ी व्यंजन भी उपलब्ध कराती हैं.