रामनगर:कॉर्बेट पार्क के जगलों में 1970 के दौर से ही वन विभाग की जमीन वन गुर्जर बसे हुए हैं. वन विभाग के कड़े कानूनों और राज नेताओं में इच्छा शक्ति की कमी से वन गुर्जर बिजली, पानी, शिक्षा, स्वास्थ्य जैसी बुनियादी सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं. पंचायती राज के इस दौर में जंगलो में रह रहे वन गुर्जर को मुख्यधारा में लाने की बजाय उन्हें खोखले वादों से बहलाया जाता रहा है. वन गुर्जर कई सालों से विस्थापन की मांग सरकार से करते आ रहे हैं, मगर आज तक नतीजा सिफर ही निकला.
बता दें कॉर्बेट पार्क में 57 वन गुर्जर परिवार रहते हैं. पूरे राज्य में शाइनिंग इंडिया की चकाचौंध के बीच भी यहां के वन गुर्जर मूलभूत सुविधाओं के मोहताज हैं. रामनगर में कार्बेट पार्क के ढेला, झिरना के जंगलो में वन गुर्जर वन भूमि पर बसे हैं. ये लोग कई सालों से विस्थापन की मांग कर रहे हैं, मगर आज तक इन्हें इनका हक नहीं मिल पाया है.