हल्द्वानी: पिछले कई महीनों से बेतहासा बढ़ती महंगाई से आम लोगों की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही है. पेट्रोल, डीजल, गैस, खाद्य समाग्री, फल, सब्जी सहित रोजमर्रा की चीजों की कीमत बढ़ती ही जा रही है. वहीं, अब महंगाई की मार शिक्षा पर भी पड़ने लगा है. स्कूल फीस वृद्धि के बाद अब कॉपी, किताब और स्टेशनरी पर भी पड़ा है. कॉपी, किताब और स्टेशनरी के दामों में 30 से 40% की वृद्धि हुई है. ऐसे में स्कूलों में नया सत्र शुरू होने जा रहा है. अभिभावकों को ऊपर बढ़े हुए दाम का बोझ पड़ रहा है. जिससे अभिभावक परेशान हैं.
कोरोना काल में 2 साल बाद एक बार फिर से शिक्षा व्यवस्था पटरी पर लौटा है. छात्र, अभिभावक और स्कूल-कॉलेज नए सत्र की तैयारियों में जुटे हुए हैं. ऐसे में नए सत्र में महंगाई का मार अभिभावकों पर पड़ा है. जहां कॉपी, किताब सहित अन्य स्टेशनरी के दामों में 30 से 40% की वृद्धि हुई है, जो अभिभावकों के लिए किसी दोहरी मार से कम नहीं है.
बताया जा रहा है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कागज के साथ-साथ अन्य कच्चा माल महंगा होने के चलते कॉपी, किताब और अन्य स्टेशनरी के दामों में वृद्धि हुई है. अभिभावकों को पेंसिल रबड़ से लेकर कॉपी, किताब और औजार बॉक्स तक के लिए अधिक कीमत चुकानी पड़ रही है. ₹20 की कॉपी किताब की कीमत बढ़कर अब ₹27 से लेकर ₹30 तक हो गई है. ₹3 में मिलने वाला पेन की कीमत अब ₹5 हो गई है.