नैनीताल: यूं तो सरोवर नगरी नैनीताल को उसकी सुंदरता के लिए विश्वभर में जाना जाता है. लेकिन यहां की मुख्य नैनी झील घीरे-धीरे प्रदूषित होती जा रही है. काफी लंबे समय से सीवर का गंदा पानी लीक होकर झील में जा रहा है. स्थानीय लोगों के साथ-साथ पर्यटक भी इस दूषित पानी को पीने के लिए मजबूर हैं.
नैनीताल में झील के सहारे जहां पर्यटन का कारोबार टिका है. वहीं पीने के पानी की भी सप्लाई नैनी झील से ही की जाती है. लेकिन यही लाइफ लाइन अधिकारियों की लापरवाही से अब टूटती नजर आ रही है. दरअसल, बीते लंबे समय से सीवर का गंदा पानी झील में जा रहा है. लेकिन इसके ट्रीटमेंट के लिए प्रशासन द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाये जा रहे हैं.
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स्थानीय लोगों की मानें तो 2005 से ही नैनी झील में सीवर का पानी जा रहा है. जिसकी शिकायत वे कई बार जल संस्थान और नगरपालिका से कर चुके हैं. लेकिन आज तक उनकी शिकायत का समाधान नहीं हुआ है. वहीं शहर के लोग गंदे पानी की सप्लाई के चलते बीमार होने लगे हैं. उधर, झील में गंदगी बढ़ने से सैलानियों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी ने नैनीताल की इस सुंदर झील की खूबसूरती और स्वच्छता के लिए हजारों करोड़ों रुपए का प्रोजेक्ट भी लगाया था. लेकिन विभाग के अधिकारी इस प्रोजेक्ट की भी धज्जियां उड़ाते हुए यहां की जनता की सेहत के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं.
इस मामले पर ईटीवी भारत द्वारा जल संस्थान के अधिकारी से बात करने की कोशिश की गई. लेकिन उन्होंने मामला संज्ञान में ना होने की बात कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया.