नैनीताल: सरोवर नगरी नैनीताल के ज्योलिकोट क्षेत्र में गुलदार का आतंक तेजी से बढ़ रहा है. गुलदार ने बीते 2 माह के भीतर ज्योलिकोट क्षेत्र में 2 बच्चों समेत 5 लोगों पर हमला किया. जिसमें से दो बच्चों की मौत हो गई. ऐसे में स्थानीय लोगों की मांग पर वन विभाग के द्वारा गुलदार को पकड़ने के लिए आसपास के जंगलों में पिंजरे लगाएं है और अब तक वन विभाग ने सात गुलदारों को पकड़ लिया है.
ज्योलिकोट क्षेत्र के रेंजर भोपाल सिंह बताते हैं बीते दो माह के भीतर चोपड़ा गांव समेत आसपास के क्षेत्रों में वन विभाग द्वारा गुलदार के बढ़ते हमलों की घटना को देखते हुए पिंजरे लगाए थे, जिसमें अब तक 7 गुलदार कैद किए जा चुके हैं. जिसमें से दो गुलदार नैनीताल चिड़ियाघर में भेजे जा चुके हैं जबकि एक गुलदार रामनगर ढेला रेस्क्यू सेंटर में है. जहां उसका उपचार किया जा रहा है जबकि, 2 गुलदारों को वन विभाग के द्वारा कॉर्बेट पार्क के जंगलों में छोड़ दिया गया है, आज पकड़े गए गुलदार की स्थिति भी बेहतर है जिसे भी उच्च अधिकारियों के आदेश के बाद कॉर्बेट के जंगल में छोड़ दिया जाएगा.
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चिड़ियाघर के वन रेंजर डॉक्टर अजय रावत बताते हैं कि ज्योलिकोट क्षेत्र से पकड़े गए दो गुलदारों को नैनीताल चिड़ियाघर में रखा गया है. जिनके दांत पूरी तरह से टूट चुके हैं. अगर, इन गुलदारों को पुनः जंगल में छोड़ा गया तो आने वाले समय में गुलदार फिर से आदमियों पर अटैक करेंगे क्योंकि दोनों गुलदारों के दांत टूटने की वजह से इनकी शिकार करने की क्षमता पूरी तरह से खत्म हो चुकी है. अब गुलदार बड़े जानवरों का शिकार करने की बजाय आबादी क्षेत्रों की तरफ आएंगे ताकि आसानी से शिकार कर सके. जिस वजह से अब वन विभाग द्वारा इन दोनों ही गुलदारों को चिड़ियाघर में रखने का फैसला किया है ताकि गुलदारों को सुरक्षित रखा जा सके.
इसके अलावा इन दिनों नैनीताल शहर भवाली बाजार में भी गुलदार का आतंक देखने को मिल रहा है. गुलदार शाम होते ही सड़कों पर घूमता बाद दिख रहा है. जिससे अन्य लोगों के साथ-साथ इवनिंग वॉक करने वाले पर्यटकों की जनता भी बड़ा खतरा मंडरा रहा है. वहीं, इस मामले पर नैनीताल के डीएफओ टीआर बिजुलाल ने कहा कि गुलदार इन दिनों शहरों के आसपास भी दिखाई दे रहा है लिहाजा, इवनिंग वॉक करने वाले लोग अकेले जंगलों की तरफ ना जाएं.