हल्द्वानी: जेष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को गंगा दशहरा मनाया जाने का विधान है. शास्त्रों के अनुसार गंगा दशहरा सदियों से मनाया जा रहा है. इस बार गंगा दशहरा 9 जून यानी आज मनाया जा रहा है. ऐसे में विशेष शुभ संयोग भी बन रहे हैं. लिहाजा, इस बार गंगा दशहरा काफी खास रहेगा.
ज्योतिषाचार्य पंडित नवीन चंद्र जोशी के मुताबिक, जेष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को गंगा दशहरा मनाया जाता है. इस बार 9 जून दिन गुरुवार को गंगा दशहरा का शुभ योग बन रहा है. कहा जाता है कि 10 पापों को हरने वाले गंगा दशहरा पर अपने आप में विशेष महत्व रखता है.
गंगा दशहरा स्नान-दान का शुभ मुहूर्त शास्त्रों के अनुसार इस दिन मां गंगा जीवों और मनुष्य की कल्याण के लिए पृथ्वी पर अवतरित हुई थी. राजा भागीरथ की कठिन तपस्या के बाद भगवान विष्णु के चरणों का पालन करते हुए मां गंगा शिव की जटाओं से गंगोत्री से प्रकट हुई थी. जो आज मां गंगा पूरे विश्व की कल्याण कर रही हैं.
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मान्यता है कि गंगा दशहरा के मौके पर विशेषकर गंगा जी में स्नान करने, गंगा की पूजा करने का बड़ा ही महत्व है. इस दिन दान पुण्य करने का भी अपने आप में महत्व होता है. साथ ही गंगा दशहरा मनुष्य के लिए सबसे बड़ा संदेश है कि नदियां हम सभी की पूजनीय हैं और इनकी रक्षा करना हम सभी का कर्तव्य बनता है.
ज्योतिषाचार्य डॉक्टर नवीन चंद्र जोशी (Astrologer Naveen Chandra Joshi) के मुताबिक, गंगा दशहरा के दिन पवित्र नदी गंगा में स्नान करने की परंपरा है, लेकिन अगर आप गंगा घाट तक नहीं पहुंच रहे हैं तो आसपास के तालाब या नदी में भी मां गंगा का नाम लेकर उस में डुबकी लगाकर स्नान कर सकते हैं.
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संभव नहीं हो सके तो घर में नहाने के पानी में गंगा जल मिलाकर उससे आचमन कर इस पावन पर्व को मना सकते हैं. शास्त्रों के अनुसार इस दिन किए गए दान का अक्षय पुण्य मिलता है और सुफल प्राप्ति होती है. इस दिन मौसमी फल, जल, अन्न, वस्त्र दान करना भी अपने आप में विशेष महत्व रखता है.