हल्द्वानी:नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश की शव यात्रा उनके आवास से कांग्रेस स्वराज आश्रम पहुंची, जहां बड़ी संख्या में मौजूद कांग्रेसियों ने उनको श्रद्धा सुमन अर्पित किए. इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह, कांग्रेस उत्तराखंड प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव, राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा, गोविंद सिंह कुंजवाल सहित कांग्रेस के कई विधायक मौजूद रहे.
इंदिरा को भुलाया नहीं जा सकता- हरीश रावत
इस मौके पर पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि इंदिरा हृदयेश के विकास कार्यों को भुलाया नहीं जा सकता है. उनके द्वारा किए गए विकास कार्य आज उत्तराखंड में लोगों के जेहन में हैं. उनके द्वारा जो भी किए गए विकास कार्य रुके हुए हैं, उसको आने वाले समय में कांग्रेस आगे बढ़ाने का काम करेगी.
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कांग्रेस की रीढ़ की हड्डी थीं इंदिरा हृदयेश- प्रीतम
कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी प्रीतम सिंह ने कहा कि इंदिरा हृदयेश नेता प्रतिपक्ष साथ-साथ कांग्रेस की रीढ़ की हड्डी भी थीं. उनका जाना कांग्रेस के लिए बहुत बड़ा झटका लगा है. उनकी भरपाई नहीं की जा सकती.
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उन्होंने कहा कि इंदिरा हृदयेश प्रदेश की कांग्रेस की सबसे बड़ी लीडर थीं और हमेशा संकट की घड़ी में उनको बाहर निकालने का काम करती थीं. प्रीतम सिंह ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि उत्तराखंड के किसी बड़े संस्थान को इंदिरा हृदयेश का नाम दिया जाए, जिससे इंदिरा हृदयेश के द्वारा किए गए विकास कार्य लोगों के जेहन में रह सकें.
प्रीतम सिंह ने कहा कि इंदिरा हृदयेश के आईएसबीटी सहित कई सपने अधूरे हैं. ऐसे में सरकार को चाहिए कि जिस स्थान पर हल्द्वानी में आईएसबीटी बनाई जानी थी, उसी स्थान पर आईएसबीटी बनाकर इंदिरा हृदयेश को सच्ची श्रद्धांजलि दी जाए.
इंदिरा हृदयेश का जाना दुःखद- देवेंद्र यादव
प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव ने कहा कि इंदिरा हृदयेश का जाना दुःखद है. उत्तराखंड के साथ-साथ केंद्र की कांग्रेस को भी झटका लगा है, क्योंकि इंदिरा हृदयेश कांग्रेस की सीनियर लीडर थीं.
बता दें, कांग्रेस की दिग्गज नेता इंदिरा हृदयेश का दिल का दौरा पड़ने से रविवार को निधन हो गया. दिल्ली के उत्तराखंड भवन में उन्होंने आखिरी सांस ली. दिल्ली में होने वाली कांग्रेस की बैठक में हिस्सा लेने के लिए वह शनिवार को दिल्ली पहुंची थीं.