देहरादून: हिंदी भाषा 20 भारतीय भाषाओं के लेखकों को वर्ष 2021 का प्रतिष्ठित साहित्य अकादमी पुरस्कार देने की घोषणा की गई है. साहित्य अकादमी द्वारा दिये जाने वाले पुरस्कारों में मूल रूप से नैनीताल निवासी 73 वर्षीय देवेंद्र मेवाड़ी का नाम भी शामिल हैं. देवेंद्र मेवाड़ी को बाल साहित्य में उनके हिंदी नाटक-संग्रह 'नाटक-नाटक में विज्ञान' के लिए पुरस्कार मिला है.
प्रारंभिक जीवन- नैनीताल जिले में ओखलकांडा के कालाआगर गांव में किशन सिंह मेवाड़ी और तुलसा देवी की सबसे छोटी संतान देवेंद्र मेवाड़ी प्रख्यात लेखक, पत्रकार और विज्ञान कथाकार हैं. देवेंद्र तीन भाई बहनों में सबसे छोटे हैं. उनकी प्रारंभिक शिक्षा कालाआगर गांव के प्राथमिक विद्यालय में ही हुई है.
पढ़ें- जयंती विशेष: हिंदी के 'कालिदास' थे चंद्रकुंवर बर्त्वाल, मृत्यु से लिखी थी आत्मीयता
ओखलकांडा इंटर कॉलेज से 12वीं की शिक्षा ग्रहण करने के बाद वह हायर एजुकेशन के लिए नैनीताल के डीएसबी कॉलेज आ गए. यहां से उन्होंने वनस्पति विज्ञान में एमएससी किया. शिक्षा पूरी करने के बाद मेवाड़ी 22 साल तक पंजाब नेशनल बैंक में पीआरओ भी रहे हैं.
देवेंद्र मेवाड़ी अब तक 30 किताबें लिख चुके हैं, जिसमें से 27 विज्ञान से संबंधित और तीन संस्मरण हैं. देवेंद्र मेवाड़ी बीते 50 सालों से विज्ञान कथाओं, मार्मिक संस्मरणों से आम जनता के लिए विज्ञान लिख रहे हैं. आमजन को किस्से-कहानी के जरिए विज्ञान की जटिलता समझाते हैं. वो विज्ञान पर 20 से अधिक पुस्तकें लिख चुके हैं. 'मेरी यादों का पहाड़' उनका आत्मकथात्मक संस्मरण है. देवेंद्र मेवाड़ी की प्रमुख कृतियां- विज्ञाननामा, विज्ञान और हम, मेरी विज्ञान डायरी, मेरी प्रिय विज्ञान कथाएं, विज्ञान बारहमासा, सूरज के आंगन में, सौरमंडल की सैर आदि हैं.