हल्द्वानी:5 जुलाई को आम बजट के साथ-साथ रेलवे बजट भी आएगा. इस बजट से जहां रेलवे को काफी उम्मीदें हैं. वहीं रेलवे स्टेशनों पर बोझा ढो रहे कुली भी खुद को ग्रुप डी में शामिल किये जाने की गुहार लगा रहे हैं. कुमाऊं के सबसे बड़े रेलवे स्टेशन लालकुआं के कुली बताते हैं कि सौ रुपये दिन का कमाना भी मुश्किल हो गया है.
हर साल रेल बजट में करोड़ों रुपए रेलवे स्टेशनों पर खर्च किए जाते हैं. लेकिन इन स्टेशनों पर कार्य कर रहे कुलियों की हालत जस की तस बनी रहती है. लालकुआं का कुली हट आज भी पुराने और जर्जर स्थिति में है. लालकुआं रेलवे स्टेशन पर 8 कुली काम करते हैं, लेकिन वे बताते हैं कि उन्हें हफ्ते में दो साप्ताहिक ट्रेनों पर ही काम मिल पाता है. कुलियों की मानें तो दिनभर मेहनत करने के बावजूद भी वे लोग मात्र 70 रुपये ही जुटा पाते हैं.