हरिद्वार:कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए कांवड़ यात्रा रद्द करने का फैसला किया है. अब किसी भी कांवड़िए को हरिद्वार की सीमा में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा. आगामी 24 जुलाई से कांवड़ यात्रा को लेकर बॉर्डर सील कर दिए जाएंगे. इसके लिए जिला प्रशासन ने कमर कस ली है. साथ ही पड़ोसी राज्यों को टैंकरों द्वारा गंगाजल मुहैया कराने को लेकर भी प्रशासन विचार कर रहा है.
डीएम सी. रविशंकर का कहना है कि सरकार ने कावड़ यात्रा रद्द करने का फैसला किया है. उसको पूरी तरह से इंप्लीमेंट किया जाएगा. उनके द्वारा हरिद्वार से सटे सभी बॉर्डर पर पुलिस चेकिंग के निर्देश पुलिस अधिकारियों को दिए गए हैं. इसके साथ ही आसपास के जितने भी जिले हैं सभी जिलों के पुलिस कप्तान और जिलाधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित किया जा रहा है. उनका प्रयास है कि बॉर्डर पर सख्ती की जाए.
उत्तराखंड में कांवड़ियों की No Entry. डीएम सी रविशंकर ने बताया कि डाक विभाग के जरिए भी गंगाजल को पड़ोसी राज्यों को सप्लाई करने पर विचार किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि पिछली बार की तरह इस साल भी हरिद्वार से गंगाजल टैंक में भरकर विभिन्न स्थानों और पड़ोसी राज्यों के बॉर्डर पर भेजा जाएगा. कावड़ यात्रा के लिए कोई भी कांवड़िया हरिद्वार न आएं, इसके लिए बॉर्डर पर सख्त तैयारियां की जा रही है.
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वहीं, हरिद्वार प्रशासन की ओर से कांविड़यों को हरिद्वार आने से रोकने के लिए कड़ी चेतावनी जारी की गई है. पुलिस प्रशासन का कहना है कि प्रतिबंध के बावजूद भी अगर कोई कांवड़ लेने आता है तो उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर 14 दिन तक क्वारंटाइन सेंटर में भेजा जाएगा. इसके लिए अलग-अलग स्थानों पर क्वारंटाइन सेंटर बनाए गए हैं. वहीं यदि कांवड़ियों ने वाहनों से प्रवेश किया तो ऐसे वाहनों को सीज किया जाएगा. इसके लिए बॉर्डर पर पर्याप्त मात्रा में पुलिस बल तैनात किया जाएगा.