हरिद्वार:यूपी सिंचाई विभाग के कब्जे वाले गंगा बैराज पर आज मंगलवार दोपहर उस समय हंगामा हो गया जब आसपास के क्षेत्र से लोग काफी संख्या में बैराज के मुख्य गेट पर पहुंचे और जबरन गेट को खोल दिया. लोगों का कहना था की इस गेट के बंद होने के कारण लोगों को न केवल लंबा रास्ता तय करके जगाना पड़ रहा है, बल्कि घने जंगल को भी पार करना पड़ रहा है, जिसने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है.
साथ ही चीला पावर हाउस पर लगभग सभी लोग हरिद्वार से रोजाना नौकरी पर जाते हैं, जिनके बैराज से आने जाने के बाद पाबंदी लगाए जाने से इनमें भी खासी नाराजगी है. इस इलाके में कई गांव भी पड़ते हैं, जिनको सामान लेने के लिए हरिद्वार शहर में आना पड़ता है. रास्ता लंबा होने से यह लोग सबसे ज्यादा परेशान हो रहे थे.
लोगों ने जबरन खोला गंगा बैराज का गेट. बता दें, जनपद हरिद्वार को चीला से जोड़ने के लिए दो रास्ते हैं. एक चंडीघाट से होकर लंबा रास्ता है, तो दूसरा यूपी सिंचाई विभाग के कब्जे वाला बैराज का रास्ता, लेकिन आरोप है की बीते कुछ दिन से विभाग ने इस छोटे रास्ते से जाने पर रोक लगा दी है और मुख्य द्वार पर ताला लगा दिया गया, जिससे गुस्साए लोगों ने आज मौके पर पहुंच जबरन गेट खोल दिया. लोगों ने चेतावनी दी है कि अगर अब गेट पर ताला लगाया गया तो बवाल का जिम्मेदार विभाग होगा, जिसके बाद एसडीओ कैनाल ने रास्ता बंद न करने का आश्वासन दिया है.
क्या कहते हैं लोग:स्थानीय निवासी पुलकित आर्य का कहना सिंचाई विभाग का यह गेट हमने खुलवाया है हमारे साथ कौड़िया गांव और आस पास के लोग थे. गंगा पार जो लोग रहते हैं, उन्हे या तो ऋषिकेश या फिर चंडीघाट से होकर जाना पड़ता है. इन सब लोगों के लिए बीच का छोटा रास्ता बैराज होकर जाता है लेकिन बैराज वालों ने बिना किसी सूचना के यह रास्ता बंद कर दिया.
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चीला पावर हाउस पर काम करने वाले कर्मचारियों का कहना है की चीला पावर हाउस पर आने वाले लोगों का रास्ता भी बंद कर दिया गया. चीला प्लांट के तमाम कर्मचारी यहां बैराज पर प्रार्थना करने आए थे. अब एसडीओ कैनाल ने आश्वासन दिया है कि रास्ते को बंद नहीं किया जाएगा. चीला में किसी तरह की कोई सुविधा नहीं है. करीब 1500 लोग इस गेट के बंद होने से प्रभावित हो रहे हैं.