हरिद्वार: नगर निगम में सफाई का कार्य करने वाले केआरएल कंपनी के कर्मचारी सैलरी ना मिलने के कारण कार्य बहिष्कार पर रहे. जिसके चलते आज पूरे हरिद्वार नगर निगम क्षेत्र में कूड़ा नहीं उठाया गया. जिससे लोगों को दिक्कतों का सामना भी करना पड़ा. वहीं, कर्मचारी संगठन का कहना है कि अगर जल्द कार्रवाई नहीं की गई तो वह आंदोलन को बाध्य होंगे.
वेतन नहीं मिलने से कर्मचारी नाराज पढ़ें-निजी स्कूलों की मनमानी से परेशान अभिभावक, कांग्रेस ने पदयात्रा निकालकर जताया आक्रोश
दरअसल, पिछले कई माह से कंपनी को निगम द्वारा भुगतान ना होने से कंपनी द्वारा भी अपने कर्मचारियों को सैलरी नहीं दी गई. जिस कारण आज कंपनी के कर्मचारी कार्य बहिष्कार पर रहे और कर्मचारियों ने निगम क्षेत्र में घरों से उठने वाला कूड़ा नहीं उठाया. वहीं, अपनी समस्याओं को लेकर केआरएल कंपनी के कर्मचारी नगर आयुक्त से मिलने पहुंचे पर आयुक्त के ना होने के चलते उन्हें वापस लौटना पड़ा.
इस मामले को लेकर अखिल भारतीय सफाई मजदूर कांग्रेस यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष सुरेंद्र तेश्वर के अलावा सुनील राजौर आदि के साथ नगर निगम पहुंचे. यहां सहायक नगर आयुक्त विनोद कुमार से वार्ता की, लेकिन कोई हल नहीं निकल पाया.
सुरेंद्र तेश्वर ने कहा कि नगर निगम और केआरएल के लेनदेन के मामले में कर्मचारी पिस रहे हैं. करीब 300 कर्मचारियों का तीन माह का वेतन भी नहीं मिला है, जबकि अपने खर्चे से गैराज कर्मचारी वाहनों में पेट्रोल-डीजल भरवाते थे. उसके भी लाखों रुपये फंस गए हैं. उन्होंने कहा कि कंपनी की जो सिक्योरिटी फीस जमा है, उससे कर्मचारियों का वेतन और डीजल-पेट्रोल का भुगतान किया जाना चाहिए. साथ ही उन्हें नगर निगम में काम पर रखा जाए.