लक्सर: प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत दी जाने वाली धनराशि में गड़बड़ी का मामला सामने आया है. लक्सर नगर पालिका के अधिकारियों की मिलीभगत से अपात्र व्यक्ति को योजना का न सिर्फ लाभ दिया गया, बल्कि उसके खाते में प्रधानमंत्री आवास योजना की धनराशि भी भेज दी गई. शिकायत के बाद तहसील प्रशासन ने विशेष जांच रिपोर्ट बनाकर पालिका प्रशासन को कार्रवाई के लिए सौंप दी है.
बता दें कि 5 साल पहले लक्सर नगर पालिका क्षेत्र स्थित एक व्यक्ति ने गलत दस्तावेजों के आधार पर प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ लेने का आवेदन किया था. तत्कालीन अधिकारियों की मिलीभगत से आवेदनकर्ता के खाते में ₹1,20,000 की धनराशि भेज दी गई. आरोपी ने इस धनराशि से कोई मकान नहीं बनाया, बल्कि जिस जमीन को दिखाकर यह धनराशि प्राप्त की गई थी, उसे पहले ही बेच दिया गया था. जमीन बेचने के बाद भी पालिका प्रशासन ने आरोपी के खाते में पहले ₹20,000 और फिर बाद में ₹1,00,000 की किस्त डाली थी.
इस्माइलपुर गांव निवासी रामगोपाल ने सूचना के अधिकार के तहत इसकी जानकारी मांगी तो पता चला कि आरोपी ने जिस राशन कार्ड के तहत योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन किया था, वो राशन कार्ड भी फर्जी निकला. इसके बाद मामले की शिकायत लक्सर एसडीएम गोपाल राम बिनवाल से की गई. एसडीएम गोपाल राम बिनवाल ने लक्सर तहसीलदार चंद्र शेखर वशिष्ट को इस मामले की जांच सौंप दी. जांच रिपोर्ट में सामने आया कि आरोपी ने पालिका प्रशासन के अधिकारियों की मिलीभगत से ₹1,20,000 की रकम डकार ली और ना तो इस धनराशि से मकान बनाया और ना ही यह रकम वापस की.