हरिद्वारः गंगा घाटों को स्वच्छ सुंदर बनाए रखने के उद्देश्य से जिला प्रशासन द्वारा शुरू की गई 'मेरा निज घाट' योजना (Mera Nij Ghat scheme) की विधिवत शुरुआत हो चुकी है. हरिद्वार के नगर निगम कार्यालय में मुख्य नगर आयुक्त दयानंद सरस्वती (Chief Municipal Commissioner Dayanand Saraswati) द्वारा धार्मिक व सामाजिक संस्थाओं को गंगा घाटों को स्वच्छ रखने के लिए अनुबंध दिए गए हैं. सभी संस्थाएं अपने-अपने घाटों की साफ-सफाई व स्वच्छता का ध्यान रखेगी. जिसकी मॉनिटरिंग नगर निगम द्वारा समय-समय पर की जाएगी.
गंगा घाटों की सफाई के लिए हरिद्वार प्रशासन की पहल, मेरा निज घाट योजना का शुभारंभ
हरिद्वार प्रशासन ने गंगा घाटों की सफाई के लिए मेरा निज घाट योजना की शुरुआत की है. योजना के तहत सस्थाओं को अलग अलग घाटों की सफाई का जिम्मा दिया गया है. हरिद्वार के गंगा सभा द्वारा हरकी पैड़ी के समीप के ज्यादातर घाटों की देखरेख की जिम्मेदारी ली गई है.
हरिद्वार के मुख्य नगर आयुक्त दयानंद सरस्वती ने बताया कि शुरू की गई मेरा निज घाट योजना का विधिवत रूप से शुभारंभ कर दिया गया है. इसके तहत हमने सभी संस्थाओं को नगर निगम में बुलाकर उनके साथ किए गए अनुबंध को उनको सौंप दिया है. उनसे आग्रह किया गया है कि वह सभी घाटों की साफ-सफाई व सुंदरता का कार्य कराएं, ताकि हरिद्वार में आने वाले श्रद्धालुओं को एक अलग ही संदेश दिया जा सके. दयानंद सरस्वती ने कहा कि हमारे द्वारा लगभग सभी सभी घाटों को संस्थाओं को गोद दे दिया गया है. लेकिन फिलहाल अभी भी कुछ घाट बचे हैं जिन्हें जल्द ही अन्य संस्थाओं को गोद दे दिया जाएगा.
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वहीं, हरिद्वार के गंगा सभा द्वारा हर की पैड़ी के समीप के ज्यादातर घाटों की देखरेख की जिम्मेदारी ली गई है. गंगा सभा के महामंत्री तन्मय वशिष्ट ने कहा कि एक शुरुआत जिला प्रशासन द्वारा की गई है. इसके तहत सभी घाटों को देने के लिए संस्थाओं को आमंत्रित किया गया था. जिसमें गंगा सभा ने हरकी पैड़ी के समीप लगते हुए घाटों को गोद लिया है. हमारे द्वारा सभी घाटों पर सफाई व्यवस्था की जिम्मेवारी उठा ली गई है. इसके लिए हमने गंगा सभा के वॉलंटियर्स भी घाटों पर तैनात कर दिए गए हैं.