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हरिद्वार में मानव वन्यजीव संघर्ष न्यूनीकरण कार्यों का लोकार्पण, बनाए जाएंगे नगर वन

कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत और स्वामी यतीश्वरानंद ने मानव वन्यजीव संघर्ष न्यूनीकरण से संबंधित करीब 7 करोड़ के कार्यों का लोकार्पण किया. जिसमें 42 किलोमीटर लंबी हाथी सुरक्षा दीवार बनाई गई है.

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मानव वन्यजीव संघर्ष न्यूनीकरण

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Published : Apr 3, 2021, 6:21 PM IST

Updated : Apr 3, 2021, 6:44 PM IST

हरिद्वारःकैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत और स्वामी यतीश्वरानंद ने वन विभाग की ओर से मानव वन्यजीव संघर्ष न्यूनीकरण से संबंधित कराए गए कार्यों का लोकार्पण किया. हरिद्वार वन प्रभाग ने कैम्पा योजना के तहत महाकुंभ मेला 2021 में जंगली हाथियों से सुरक्षा के लिए सोलर फेंसिंग, हाथी सुरक्षा दीवार, हाथी विरोधी गैबियन संरचना, चौकी निर्माण, वॉच टावर का कार्य किया है. इस दौरान हरक सिंह रावत ने देहरादून और हरिद्वार में एक-एक नगर वन बनाने की बात भी कही.

मानव वन्यजीव संघर्ष न्यूनीकरण कार्यों का लोकार्पण.

बता दें कि हरिद्वार का ज्यादातर इलाका राजाजी पार्क समेत अन्य जंगलों से जुड़ा हुआ है. जिस कारण आए दिन जंगली जानवर हरिद्वार के रिहायशी इलाके में आ धमकते हैं. इतना ही नहीं किसानों की फसलों को भी नुकसान पहुंचाते हैं. जिसे देखते हुए इस बार महाकुंभ से पहले वन विभाग की ओर से कई कार्य कराए गए. जिसमें मुख्य कार्य हाथियों को रोकने के लिए सोलर फेंसिंग, दीवार और वॉच टावर है. जिससे हरिद्वार वन विभाग को काफी मदद मिलेगी. साथ ही जंगली जानवर भी आबादी वाले इलाकों में नहीं आ सकेंगे. ऐसे में वन विभाग को पहले से थोड़ा सुकून मिलेगा.

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देहरादून और हरिद्वार में बनेगा एक-एक नगर वन
कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने बताया की केंद्र सरकार की ओर से राज्य को नगर वन की योजना दी गई है. जिसमें निर्णय लिया गया है कि एक नगर वन देहरादून और एक हरिद्वार के नक्षत्र वाटिका में बनाया जाएगा. जो कि हरिद्वार में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र बनेगा. साथ ही इसमें आकर लोग नेचर का लुत्फ उठा सकेंगे.

वहीं, हरक सिंह रावत ने कहा कि कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा को देखते हुए यह सब कार्य कुंभ से पहले ही करा लिए गए हैं. जिससे आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की समस्या ना हो. इन कार्यों की मांग काफी समय से हरिद्वार की जनता की ओर से जा रही थी. क्योंकि, आए दिन शहर में जंगली जानवर आ जाते थे, जो कि किसानों की फसलों को तो नुकसान पहुंचाते ही थे. साथ ही कई बार मानव और वन्य जीव संघर्ष की स्थिति भी पैदा हो जाती थी.

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उन्होंने कहा कि करीब 7 करोड़ के कार्यों का लोकार्पण किया है. जिसमें 42 किलोमीटर लंबी हाथी सुरक्षा दीवार बनाई गई है. जल्द ही बचे हुए क्षेत्र को भी कैम्पा योजना के माध्यम से दीवार से सुरक्षित कर लिया जाएगा. जिससे आने वाले समय में हरिद्वार शहर जंगल से लगे होने के बावजूद भी पूरी तरह सुरक्षित हो जाए.

वहीं, गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग के राज्यमंत्री स्वामी यतीश्वरानंद ने कहा कि हरिद्वार शहर का ज्यादातर क्षेत्र जंगल से सटे होने के कारण आए दिन कोई न कोई घटना घटित होती रहती थी. जिससे कई किसानों ने तो चावल इत्यादि बोना तक छोड़ दिया था. अब जब यह दीवार बनकर तैयार हो गई है तो किसान और शहरवासी अपने आप को सुरक्षित महसूस कर रहे हैं.

Last Updated : Apr 3, 2021, 6:44 PM IST

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