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हरिद्वार में फर्जी अधिकारी का साथ देना पड़ा भारी, असिस्टेंट कमिश्नर जीएसटी सस्पेंड

भगवानपुर के जीएसटी कार्यालय में असिस्टेंट कमिश्नर दीपा सिंह ने एक फर्जी व्यक्ति को सीजीएसटी अधिकारी दर्शाते हुए कुर्सी पर बैठाया था. जो लगातार उगाही कर रहा था. मामला सामने आने के बाद सीजीएसटी का फर्जी अधिकारी फरार है. जबकि, असिस्टेंट कमिश्नर जीएसटी दीपा सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है.

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फर्जी अधिकारी

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Published : Feb 9, 2022, 5:26 PM IST

Updated : Feb 9, 2022, 5:59 PM IST

हरिद्वारःभगवानपुर स्थित जीएसटी कार्यालय में वसूली का मामला सामने आया है. मामला सामने आने के बाद जीएसटी की असिस्टेंट कमिश्नर दीपा सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है. बताया जा रहा है कि असिस्टेंट कमिश्नर ने फर्जी शख्स को खुद का पति बताते हुए अधिकारियों से मिलवाया था. जिसके बाद से आरोपी लगातार उगाही कर रहा था. मामले में डिप्टी कमिश्नर और तीन अन्य अधिकारियों को दूसरी जगह अटैच कर दिया गया है. वहीं, भगवानपुर थाने में इस मामले में मुकदमा दर्ज कराने के लिए तहरीर दे दी गई है.

बता दें कि दूसरे प्रदेशों से कर चोरी कर लाए जाने वाले माल को पकड़ने की जिम्मेदारी जीएसटी विभाग के प्रवर्तन इकाई की है, लेकिन अब हरिद्वार के भगवानपुर स्थित प्रवर्तन कार्यालय पर बैठने वाले अधिकारी ही सवालों के घेरे में आ गए हैं. बीते 5 फरवरी को जीएसटी विभाग की ज्वॉइंट कमिश्नर को सूचना मिली कि भगवानपुर स्थित कार्यालय में एक व्यक्ति खुद को सीजीएसटी दिल्ली का ज्वॉइंट कमिश्नर बताकर असिस्टेंट कमिश्नर की कुर्सी पर बीते कई दिनों से बैठ रहा है.

सूचना में यह भी बताया गया कि कार्यालय में तैनात असिस्टेंट कमिश्नर दीपा सिंह ने ही इस व्यक्ति को सीजीएसटी का आला अधिकारी बताकर अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों से मिलवाया था. इन्होंने इस फर्जी अधिकारी को अपनी कुर्सी दी हुई थी. इतना ही नहीं यह व्यक्ति बकायदा कार्यालय पर असिस्टेंट कमिश्नर की कुर्सी पर लगभग रोज जाकर बैठ रहा था.

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इस बात की खबर जीएसटी मुख्यालय देहरादून को चली तो उन्होंने इसकी गहनता से जांच कराई. 4 दिन की जांच के बाद बुधवार को जीएसटी मुख्यालय ने इस महिला असिस्टेंट कमिश्नर के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए इसे तत्काल प्रभाव से जहां सस्पेंड कर दिया. वहीं, डिप्टी कमिश्नर मनीष मिश्रा समते 3 जीएसटी अधिकारियों को हरिद्वार मुख्यालय से अटैच करने की कारवाई की है.

भाग खड़ा हुआ फर्जी अधिकारी: बीते कई दिनों से सीजीएसटी दिल्ली का आला अधिकारी बन सरकारी कार्यालय से उगाही कर रहे इस फर्जी अधिकारी से जब ज्वॉइंट कमिश्नर प्रवर्तन ने फोन पर बात की तो वो फोन छोड़कर कार्यालय से भाग खड़ा हुआ. उसके बाद से अभी तक कार्यालय में नहीं आया है.

एसी की मिलीभगत:प्रवर्तन चेकपोस्ट की असिस्टेंट कमिश्नर की संलिप्तता इस मामले में विभाग को शायद साफ नजर आ रही है. तभी असिस्टेंट कमिश्नर को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है. वहीं, इस मामले में एक डीसी समेत तीन जीएसटी अधिकारियों को भी मुख्यालय से अटैच करने के आदेश जारी हो गए हैं.

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भगवानपुर थाने में दी तहरीर: सरकारी कार्यालय में चल रहे इस फर्जीवाड़े के खुलासे के बाद अब जीएसटी विभाग ने इस संबंध में भगवानपुर थाना पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के लिए एक तहरीर दी है. पुलिस जल्द ही इस मामले में मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई करेगी.

बताया जा रहा पति:बताया जा रहा है कि इस फर्जीवाड़े में सस्पेंड की गई असिस्टेंट कमिश्नर ने निचले स्तर के अधिकारियों से इस आरोपी को न केवल आला अधिकारी बताकर मिलाया था, बल्कि उसे अपना पति भी बताया था. यही कारण था कि निचले स्तर के अधिकारियों को इनके मंसूबे पर कोई शक नहीं हुआ.

क्या कहते हैं अधिकारी: जीएसटी की ज्वॉइंट कमिश्नर प्रवर्तन सुनीता पांडे ने बताया कि इस मामले में आरोपी असिस्टेंट कमिश्नर को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है. वहीं, अन्य अधिकारियों को अटैच करने की कार्रवाई की गई है. आरोपी के खिलाफ भगवानपुर थाने में मुकदमा दर्ज करने के लिए तहरीर दे दी गई है. विभाग अपने स्तर से भी इस मामले की गोपनीय जांच करा रहा है.

Last Updated : Feb 9, 2022, 5:59 PM IST

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