हरिद्वारःभगवानपुर स्थित जीएसटी कार्यालय में वसूली का मामला सामने आया है. मामला सामने आने के बाद जीएसटी की असिस्टेंट कमिश्नर दीपा सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है. बताया जा रहा है कि असिस्टेंट कमिश्नर ने फर्जी शख्स को खुद का पति बताते हुए अधिकारियों से मिलवाया था. जिसके बाद से आरोपी लगातार उगाही कर रहा था. मामले में डिप्टी कमिश्नर और तीन अन्य अधिकारियों को दूसरी जगह अटैच कर दिया गया है. वहीं, भगवानपुर थाने में इस मामले में मुकदमा दर्ज कराने के लिए तहरीर दे दी गई है.
बता दें कि दूसरे प्रदेशों से कर चोरी कर लाए जाने वाले माल को पकड़ने की जिम्मेदारी जीएसटी विभाग के प्रवर्तन इकाई की है, लेकिन अब हरिद्वार के भगवानपुर स्थित प्रवर्तन कार्यालय पर बैठने वाले अधिकारी ही सवालों के घेरे में आ गए हैं. बीते 5 फरवरी को जीएसटी विभाग की ज्वॉइंट कमिश्नर को सूचना मिली कि भगवानपुर स्थित कार्यालय में एक व्यक्ति खुद को सीजीएसटी दिल्ली का ज्वॉइंट कमिश्नर बताकर असिस्टेंट कमिश्नर की कुर्सी पर बीते कई दिनों से बैठ रहा है.
सूचना में यह भी बताया गया कि कार्यालय में तैनात असिस्टेंट कमिश्नर दीपा सिंह ने ही इस व्यक्ति को सीजीएसटी का आला अधिकारी बताकर अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों से मिलवाया था. इन्होंने इस फर्जी अधिकारी को अपनी कुर्सी दी हुई थी. इतना ही नहीं यह व्यक्ति बकायदा कार्यालय पर असिस्टेंट कमिश्नर की कुर्सी पर लगभग रोज जाकर बैठ रहा था.
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इस बात की खबर जीएसटी मुख्यालय देहरादून को चली तो उन्होंने इसकी गहनता से जांच कराई. 4 दिन की जांच के बाद बुधवार को जीएसटी मुख्यालय ने इस महिला असिस्टेंट कमिश्नर के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए इसे तत्काल प्रभाव से जहां सस्पेंड कर दिया. वहीं, डिप्टी कमिश्नर मनीष मिश्रा समते 3 जीएसटी अधिकारियों को हरिद्वार मुख्यालय से अटैच करने की कारवाई की है.